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बस्तर में बैकफुट पर आए नक्सली अब कर रहे विकास की बात

Hardcore Naxalites now want development in Bastar कभी बस्तर में बम और बारूद की भाषा बोलने वाले नक्सली अब विकास की बात करने लगे हैं. नक्सलियों ने बाकायदा पर्चा जारी कर कहा है कि बस्तर में खराब सड़कों को दुरुस्त किया जाए. सड़कों और स्कूलों को बम से उड़ा देने वाले नक्सली आखिर क्यों अब सड़क बनाने पर जोर दे रहे हैं.

Naxalites now want development in Bastar
नक्सली अब कर रहे विकास की बात
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 20, 2024, 8:23 PM IST

Updated : Jan 21, 2024, 11:30 PM IST

नक्सली अब कर रहे विकास की बात

बीजापुर: नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डीविजन ने शनिवार को एक पर्चा जारी कर कर कहा कि बस्तर में खराब सड़कों की मरम्मत सरकार को करानी चाहिए. नक्सलियों ने ये भी मांग की है कि जिन सड़कों का निर्माण हुआ उसमें भ्रष्टाचार की शिकायत रही. भ्रष्टाचार के चलते सड़के खराब हो गईं जिनको दुरुस्त किया जाना चाहिए. कभी सड़कों को बारूद से उड़ाने वाले नक्सली अब बैकफुट पर आ गए हैं. दरअसल लगातार नक्सल विरोधी अभियान के तहत जवान अब नक्सलियों की मांद तक पहुंच रहे हैं. जवानों की पहुंच में आते ही लाल आतंक का दायरा सिमट पर रह गया है. नक्सली या तो एनकाउंटर में मारे जा रहे हैं या फिर आतंक का दामन छोड़ सरेंडर कर रहे हैं.

माओवादियों ने सालों तक बस्तर के युवाओं की प्रतिभा का दोहन किया है. नक्सल प्रभावित इलाकों के युवा भी अब नक्सलियों से तंग आ गए हैं. युवा भी चाहते हैं कि उनको विकास का साथ मिले. गांव में सोलर आए स्कूल कॉलेज और तमाम सुविधाएं मिले जिसके वो हकदार हैं. नक्सली संगठन लंबे वक्त से युवाओं की भावना को दबा रही थी अब बस्तर के युवा मुखर होकर अपनी बातें कह रहे हैं. नक्सलियों को भी आभास होने लगा है कि उनकी भावनाओं को ज्यादा दिन तक नहीं दबाकर रखा जा सकता है, इसी वजह से अब ये भी विकास की बात करने लगे हैं - वर्णिका शर्मा, नक्सल एक्सपर्ट

नक्सलियों के रुख पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा की दो टूक: नक्सलियों की मांग के बाद अब राजनीति तेज हो गई है. भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा जो कि गृह विभाग भी देख रहे हैं उनका कहना है कि नक्सलियों को और भी पत्र जारी करना चाहिए. उन्हें यह भी पत्र जारी करना चाहिए कि गांव-गांव स्कूल को खुलने दें. मैं जब नारायणपुर जंगल में जाकर युवाओं से मिला वे भी भी चाहते हैं कि मुंबई में जाकर वह पढ़ सकें. अपना विकास कर सके. वो भी चाहते हैं कि गांव की उन्नति हो. उन्हें क्यों रोक कर रखा गया है, यही हम भी जानना चाहते हैं.

'हर दर्द का होगा हिसाब': डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा था कि नक्सली वहशी हैं. समाज को जितना दर्द और दुख उन्होने बारूद से दिया है उसका हिसाब तो लेना ही होगा. आतंक को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की हत्या भी हुई. कायराना हरकतों का जवाब तो जरूर दिया जाएगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं आधी रात को भी इस समस्या के समाधान के लिए तैयार हूं. बस्तर में शांति बहाली के लिए जो भी कोशिश होगी उसे हम करेंगे. डिप्टी सीएम लेकिन ये साफ किया कि जवानों की शहादत पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.

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नक्सली अब कर रहे विकास की बात

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माओवादियों ने सालों तक बस्तर के युवाओं की प्रतिभा का दोहन किया है. नक्सल प्रभावित इलाकों के युवा भी अब नक्सलियों से तंग आ गए हैं. युवा भी चाहते हैं कि उनको विकास का साथ मिले. गांव में सोलर आए स्कूल कॉलेज और तमाम सुविधाएं मिले जिसके वो हकदार हैं. नक्सली संगठन लंबे वक्त से युवाओं की भावना को दबा रही थी अब बस्तर के युवा मुखर होकर अपनी बातें कह रहे हैं. नक्सलियों को भी आभास होने लगा है कि उनकी भावनाओं को ज्यादा दिन तक नहीं दबाकर रखा जा सकता है, इसी वजह से अब ये भी विकास की बात करने लगे हैं - वर्णिका शर्मा, नक्सल एक्सपर्ट

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'हर दर्द का होगा हिसाब': डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा था कि नक्सली वहशी हैं. समाज को जितना दर्द और दुख उन्होने बारूद से दिया है उसका हिसाब तो लेना ही होगा. आतंक को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की हत्या भी हुई. कायराना हरकतों का जवाब तो जरूर दिया जाएगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं आधी रात को भी इस समस्या के समाधान के लिए तैयार हूं. बस्तर में शांति बहाली के लिए जो भी कोशिश होगी उसे हम करेंगे. डिप्टी सीएम लेकिन ये साफ किया कि जवानों की शहादत पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.

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Last Updated : Jan 21, 2024, 11:30 PM IST
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