कोटा. जिले की रामगंजमंडी थाना पुलिस ने दो बदमाशों की परेड बाजार में करने का मामला सामने आया है. दोनों ही हार्डकोर अपराधी और हिस्ट्रीशीटर भी हैं. इन आरोपियों ने बीते दिनों जेल प्रहरी शिवराज मीणा को धमकाया था और जान से मारने की धमकी देने के साथ जाति सूचक शब्दों से भी अपमानित किया था. ऐसे में पुलिस ने उन्हें जयपुर से डिटेन किया था. इसके बाद रामगंजमंडी लाकर गिरफ्तार किया. जिसके बाद परेड निकालते हुए न्यायालय में पेश किया. इस दौरान रामगंज मंडी पुलिस उपाध्यक्ष नरेंद्र पारीक, थानाधिकारी रामनारायण भांवरिया समेत जाप्ता मौजूद था.
रामगंजमंडी थाने के सब इंस्पेक्टर सुरेश मीणा ने बताया कि हार्डकोर बदमाश इमरान उर्फ आशु पाया और राहिल को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों को शांति भंग की धाराओं में गिरफ्तार किया है. इसके बाद दोनों आरोपियों को लोक सेवक को धमकाने और एससी एसटी एक्ट के मुकदमे में भी गिरफ्तार किया जाएगा. हार्डकोर अपराधी आशु पाया के खिलाफ आर्म्स एक्ट, रंगदारी मांगने, मारपीट, हत्या का प्रयास सहित कई गंभीर धाराओं में 12 मुकदमें दर्ज हैं. जबकि राहिल के खिलाफ आठ मुकदमें इसी तरह की धाराओं में दर्ज हैं.
बीते कांग्रेस शासन में आशु पाया व अन्य लोगों ने 9 फरवरी 2021 को आरएसएस पदाधिकारी दीपक शाह पर फायरिंग भी की थी. इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था. इस घटनाक्रम के समय भी शिक्षा मंत्री मदन दिलावर रामगंजमंडी से विधायक थे और उन्होंने जमकर इस मामले में राज्य सरकार को घेरा था. दिलावर ने तब आरोप लगाया था कि तत्कालीन यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से आशु पाया के संबंध हैं, इसीलिए मामले में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया था.