हरदा: उपार्जन केंद्रों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी नहीं होने और मंडियों में सोयाबीन का उचित दाम नहीं मिलने से किसान नाराज हैं. मंगलवार को ये नाराज किसान सोयाबीन की बोरी को व्हील चेयर पर रखकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. उन्होंने कलेक्टर से इसकी शिकायत की और समय पर डीएपी खाद, नहरों में पानी और बिजली का पर्याप्त इंतजाम करने की मांग की.
MSP पर नहीं हो रही सोयाबीन की खरीदी
किसानों ने कलेक्टर से कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने 25 अक्टूबर से सोसायटी के जरिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदने के आदेश कर दिए थे. लेकिन हरदा जिले की सोसायटियों में अभी तक सोयाबीन नहीं खरीदा जा रहा है. इस समय किसानों को गेहूं की बुआई के लिए पैसों की जरूरत है, क्योंकि उन्हें खाद और बीज लेने हैं. इसलिए किसान को मजबूर होकर अपनी उपज मंडी में लेकर जाना पड़ रहा है, जहां उन्हें समर्थन मूल्य से 1500 रुपये तक कम दाम मिल रहा है. ऐसी स्थिति में किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है.
जनसुनवाई में व्हील चेयर पर सोयाबीन लेकर पहुंचे
किसानों का कहना है कि सोयाबीन की हालत खराब है. इसलिए सोयाबीन की बोरी को व्हील चेयर पर रखकर और उसे सलाइन वॉटर लगाकर जनसुनवाई आएं है. इसके अलावा किसानों ने कलेक्टर से कहा कि जिले के किसानों को समय पर डीएपी खाद, नहरों में पानी और बिजली की बहुत जरूरत है, इसके लिए भी पर्याप्त इंतजाम किए जाएं.
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किसानों ने दी ये चेतावनी
किसान बसंत सारण ने कहा "सोसाइटी में सोयाबीन की खरीदी नहीं होने के कारण किसान मंडी में पानी के भाव अपनी उपज बेच रहा है. इसके अलावा खाद के लिए किसान 4-4 दिन तक चक्कर लगा रहा है, तब उसे 4 बोरी खाद मिलता है. इसलिए अब किसानों को सोसाइटी के माध्यम से खाद मिले. वहीं, गांव में बिजली विभाग के सब स्टेशनों पर ऑपरेटर भी नहीं है, जिससे परेशानी हो रही है. यदि किसानों की मांग नहीं पूरी की जाती है, तो हम बड़े आंदोलन को तैयार हैं. प्रशासन तैयार रहे सीधा टकराव होगा. किसान लाठी लेकर रोड पर निकलेगा."