लखनऊ : 'मदीने की सरजमीं पर हमारे लिए भी दुआ करना और मदीने वाले से हमें भी बुलाने के लिए कहना'. इन्हीं उम्मीदों के साथ गुरुवार को राजधानी लखनऊ से हज यात्रा के लिए पहली फ्लाइट अमौसी एयरपोर्ट से सुबह 8 बजे रवाना हुई. हज यात्रियों की आंखों में अपनों से कुछ दिन दूर होने का गम था तो वहीं पाक रोजे के मुकद्दस दीदार करने की खुशी भी थी. हज हाउस पर फूलों की बौछार से हज यात्रियों का स्वागत किया गया.
हज यात्रा के लिए बुधवार रात से ही जायरीन हज हाउस में पहुंचने शुरू हो गए थे. तड़के चार बजे से बसों से जायरीन एयरपोर्ट के लिए रवाना होने लगे. पहली फ्लाइट में 285 यात्री हज के लिए मदीना रवाना हुए. इस बार पूरे प्रदेश से 18,010 लोग हज यात्रा पर जाएंगे. इनमें से 8,080 यात्रियों को लखनऊ से रवाना किया जाएगा.
बाराबंकी के मो. हारून, मो. हुसैन, मो. अबरार समेत सैकड़ों जायरीन हज हाउस में अपने परिवार के लोगों के साथ पहुंचे. फूल मालाओं के साथ उनको विदाई दी गई. हज यात्रियों ने बताया कि बहुत खुशी हो रही कि हम लोग मुकद्दस हज को जा रहे हैं. मदीने में मुल्क की तरक्की और अमन के लिए दुआ करेंगे. 24 मई तक यात्रियों के जाने का सिलसिला चलता रहेगा.
राज्य हज कमेटी के सचिव एसपी तिवारी ने बताया कि गर्मी को देखते हुए हज यात्रियों को राजधानी के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे तक पहुंचाने के लिए एसी बसें लगाई गईं हैं. वहीं, बुजुर्ग हज यात्रियों के लिए लो फ्लोर बसों को हज कमेटी ने तरजीह दी है. पहली उड़ान के सुबह 8 बजे की थी. जायरीनों के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है, किसी कोई परेशानी नहीं हुई और न ही आगे होगी. हमारी पूरी टीम हज जायरीनों की मदद के लिए लगी हुई है.