ग्वालियर। जिन परीक्षाओं के लिए साल भर, दिन रात एक कर छात्र-छात्राएं मेहनत करते हैं और परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. उन्हीं की अगर उत्तर पुस्तिकाएं गुम हो जाएं तो छात्र-छात्राएं अपने भविष्य के लिए किसे जिम्मेदार ठहरायेंगे. ऐसा ही एक मामला ग्वालियर के जीवाजी यूनिवर्सिटी से जुड़ा हुआ सामने आया है. जिसमें बीकॉम ऑनर्स और बीएससी ऑनर्स के तकरीबन आधा सैकड़ा से अधिक छात्र-छात्राओं की उत्तर पुस्तिकाएं कहीं गायब हो गई है.
बीकॉम-बीएससी ऑनर्स के छात्रों की थी आंसर शीट्स
दरअसल, जीवाजी यूनिवर्सिटी में हाल ही में बीकॉम और बीएससी ऑनर्स की परीक्षाएं संपन्न कराई गई थी. जिनकी उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के लिए भिंड भेजी गई थी. जो की डाक विभाग से स्पीड पोस्ट की गई थीं, लेकिन यह डाक आज तक अपने सही पते पर पहुंची ही नहीं और अब इस वजह से यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया है. छात्र नेताओं ने तो आंदोलन करने की चेतावनी भी दे दी है.
मूल्यांकन के लिए स्पीड पोस्ट से भिंड भेजी थी कॉपियों
इधर जीवाजी यूनिवर्सिटी के पीआरओ विमलेन्द्र सिंह राठौर ने बताया कि यूनिवर्सिटी द्वारा उचित मूल्यांकन के लिए कॉपियों को उन्हीं शिक्षकों के पास भेजा गया था. जिन्होंने इन परीक्षाओं का पेपर सेट किया था और यह पूरी प्रक्रिया डाक विभाग के स्पीड पोस्ट के द्वारा की गई थी, लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन के अनुसार डाक विभाग की लापरवाही के चलते उत्तर पुस्तिकाएं अब तक स्थान पर नहीं पहुंची है. हालांकि उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी द्वारा डाक विभाग से इस संबंध में पत्राचार किया गया है, लेकिन अब तक उत्तर पुस्तिकाओं का कोई भी सुराग नहीं मिला है. वहीं छात्रों के अंकों को लेकर पीआरओ राठौर ने बताया कि यदि उत्तर पुस्तिकाए नहीं मिलती है तो उस स्थिति में छात्रों को उनके पिछले परफॉर्मेंस के अनुसार औसत अंक देकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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विश्वविद्यालय प्रबंधन ने झाड़ा पल्ला
यूनिवर्सिटी प्रबंधन इस लापरवाही और जिम्मेदारी से अपना पल्ला झाड़ता नजर आ रहा है. छात्रों को एवरेज अंक देकर पास करने की बात कह रहा है, लेकिन ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि ऐसी ही स्थिति पहले भी निर्मित हो चुकी है. ऐसे में जिन छात्र-छात्राओं ने जी तोड़ मेहनत कर अव्वल लाने के लिए मेहनत की थी. अब उनके भविष्य के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है.