ग्वालियर: पुलिस के साथ मिलकर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने रानीपुरा स्थित एक घी फैक्ट्री पर छापा मारा है. इस फैक्ट्री में एक ब्रांड के नाम से घी तैयार किया जा रहा था. जबकि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग का कहना है कि यह घी नहीं है बल्कि दो या तीन फैट से मिलकर बना घी जैसा तरल पदार्थ है. खाद्य विभाग का मानना है कि ये नकली घी खतरनाक हो सकता है. ऐसे में इसकी जांच के लिए फैक्ट्री से नमूने लेकर टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं.
यूपी तक होता था नकली घी सप्लाई
जानकारी के मुताबिक रानीपुरा इलाके में एक ब्रांडेड कंपनी की घी की फैक्ट्री है. इसका संचालन सुनील शर्मा और सुनील अग्रवाल कर रहे थे. आरोप हैं कि देवश्री कुकिंग मीडियम के नाम से यहां घी तैयार करते थे और इसे पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में सप्लाई किया जाता था. हाल ही में यूपी प्रशासन ने इस नकली घी की सैंपलिंग की जिसकी सूचना मिलने के फौरन बाद सोमवार की शाम खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने पुलिस के साथ मिलकर ग्वालियर में फैक्ट्री पर कार्रवाई की है.
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स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक?
डिब्बे के रैपर पर फैक्ट्री का पता सागर ताल लिखा हुआ है लेकिन यह रानीपुरा में तैयार किया जा रहा था. जयश्री कुकिंग मीडियम घी स्वास्थ्य के लिए कितना लाभदायक और हानिकारक है. इसके लिए फैक्ट्री संचालक सुनील शर्मा और सुनील अग्रवाल की मौजूदगी में घी का नमूना लिया गया है. जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही सब कुछ साफ हो पाएगा. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने कहा, " जांच के बाद जो भी तथ्य आएगी, उसी के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी."