ग्वालियर। ग्वालियर में चल रहे व्यापार मेला में 12 साल के मासूम बच्चे ने ईमानदारी की मिसाल कायम की है. दरअसल, मासूम आर्यन मीणा अपने माता-पिता और छोटी बहन सौम्या के साथ व्यापार मेला घूमने गया था. यहां सोहन हलवे की दुकान पर उसे रुपयों से भरा हुआ पर्स जमीन पर पड़ा मिला. उसने रुपयों से भरा पर्स अपने पिता फूलचंद मीणा को दे दिया. इसके बाद आर्यन अपने माता-पिता के साथ इस पर्स को लेकर मेले में पुलिस कंट्रोल रूम में पहुंचा.
डीएसपी से मिले बच्चे के पैरेंट्स
पुलिस कंट्रोल रूम में मौजूद डीएसपी संतोष पटेल ने पर्स में रखे रुपये गिने तो इसमें ढाई हजार रुपए से ज्यादा थे. यह पर्स फूल बेचने वाले अमित अग्रवाल का था. मेला घूमते वक्त जब वह अपनी पत्नी के साथ सोहन हलवे की दुकान पर हलवा खा रहे थे, उस वक्त यह पर्स उनकी जेब से गिर गया था. यही पर्स 12 साल के आर्यन मीणा को मिला. पुलिस ने मेले में अनाउंसमेंट कराकर दुकानदार को पुलिस कंट्रोल रूम बुलाया. उसके बाद पुलिस अधिकारी संतोष पटेल ने मासूम बच्चे आर्यन मीणा और उसकी बहन सौम्या मीणा का सम्मान किया.
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पुलिस ने बच्चों को झूला झुलाया
पुलिस ने बच्चों की ईमानदारी देखते हुए उन्हें गोदी में बिठाकर पूरा मेला घुमाया. इन बच्चों को पुलिस ने अपने हाथों से झूला भी झुलाया. डीएसपी संतोष पटेल बच्चों की ईमानदारी देखकर बेहद प्रभावित हुए. उन्होंने कहा कि इस तरह के संस्कार प्रत्येक माता-पिता को अपने बच्चों को देना चाहिए. अमूमन आजकल के बच्चे पैसे देखकर लालची हो जाते हैं. लेकिन 12 साल का आर्यन इन पैसों को देखकर लालच में नहीं आया. उसने ईमानदारी की मिसाल कायम करते हुए रुपयों भरा पर्स पुलिस को लौटा दिया. फूल बेचकर गुजर बसर करने वाले फूल विक्रेता अमित अग्रवाल की यह 7 दिन की कमाई थी. पैसा वापस मिलने की खुशी में उनकी पत्नी भावुक हो गई.