ग्वालियर। देश में बढ़ता वायु प्रदूषण के विकराल समस्या बनता जा रहा है. यही वजह से प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को प्राथमिकता देना शुरू किया. आज दिल्ली समेत सभी महानगरों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है. मध्य प्रदेश का ग्वालियर भी इससे अछूता नहीं है. यही वजह है कि ग्वालियर में भी आज 53 हजार से ज्यादा EV गाड़ियां सड़कों पर दौड़ रही है. इन व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए ग्वालियर नगर निगम ने भी करोड़ों रुपए ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने में लगा दिये, लेकिन आज भी ये आमजन की पहुंच से दूर सफेद हाथी बनकर खड़े हुए हैं.
करोड़ों की लागत से बने पांच चार्जिंग स्टेशन
नगर निगम ने साल 2022 में ग्वालियर वासियों को ईवी चार्जिंग स्टेशन की सौगात देते हुए इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी थी. अक्टूबर से नवंबर 2023 में ग्वालियर शहरी क्षेत्र के पांच अलग-अलग स्थानों पर 5 ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित भी किए गए. जिनमें कुल सात मशीन लगायी गई. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 1 करोड़ 79 लाख रुपए बताई जाती है, लेकिन बनकर तैयार इन स्टेशन को महीने बाद भी शुरू नहीं किया जा सका है. जिसकी बड़ी वजह है कि, स्टेशन तो बनकर तैयार हैं, लेकिन अभी तक बिजली विभाग से इन चार्जिंग स्टेशन पर बिजली कनेक्शन नहीं लिए जा सके हैं.
पेट्रोल- डीजल की अपेक्षा सस्ती पड़ेगी फ्यूल कॉस्ट
ईवी चार्जिंग स्टेशन को स्थापित करने के पीछे प्रदूषण नियंत्रण के साथ-साथ शहर में चल रहे ईवी व्हीकल के लिए पेड चार्जिंग की व्यवस्था करना था. इसकी वजह से फ्यूल चार्ज में सहूलियत होती. इस बात को इस तरह समझा जा सकता है कि एक ईवी व्हीकल को चार्ज होने में 5-9 यूनिट बिजली की खपत होती है. बिजली दरों के हिसाब से प्रस्तावित दर 20 रुपए प्रति यूनिट रखा जा सकता है. ऐसे में इसका खर्च 100-180 रुपया तक आएगा और इससे ईवी वाहन करीब 250 किलोमीटर तक (यह वहां की रेंज पर भी निर्भर करता है) चल सकेगा. वहीं अगर पेट्रोल के दाम देखें तो आज बाजार में पेट्रोल की कीमतें 107 रुपये से अधिक है.
वहीं डीजल भी करीब 96 रुपय प्रतिलीटर पड़ता है. इन दोनों ही ईंधन से वाहन लगभग एक लीटर में 20 किलोमीटर का एवरेज देती है. ऐसे में ये साफ है कि 250 किलोमीटर तक पेट्रोल या डीजल का खर्च 850 रुपए आएगा. जबकि इतना ही सफर ईवी वाहन चालक करीब 200 रुपए से भी कम में लेंगे.
फास्ट चार्जिंग से समय की होगी बचत
ग्वालियर में लगाये गये ईवी चार्जिंग स्टेशन पर स्थित मशीन फास्ट चार्जिंग हैं. जिसका मतलब है कि सामान्य तौर पर वाहन के साथ आये चार्जर से वाहन को चार्ज करने में 6-8 घंटे का समय लगता है. जिसकी अपेक्षा इन चार्जिंग स्टेशंस पर फास्ट चर्चिंग सुविधा मिलेगी. यहां एक वाहन की बैटरी 45 मिनट में फुल चार्ज हो जाएगी. जिससे कम खर्च के साथ-साथ समय की भी बचत होगी.
कहां स्थापित किए गए ईवी चार्जिंग स्टेशन
आपको बता दें कि ग्वालियर शहर में पाँच स्थानों पर ईवी स्टेशन बनाए गये हैं. ये मशीनें तरण पुष्कर (सिटी सेंटर), मल्टीलेवल पार्किंग (कम्पू), मल्टीलेवल पार्किंग सालासर (सिटी सेंटर), जनसंपर्क कार्यालय (फूलबाग) और जनमित्र केन्द्र क्रमांक-1 (बहोड़ापुर) में स्थापित किए गए हैं. यहां पार्किंग में 2-2 और अन्य स्थानों पर एक एक मशीन लगायी गई है. हर स्टेशन की ऑनलाइन निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगावाए गये हैं, लेकिन चार्जिंग के लिए बिजली ही नहीं है.
निगम कमिश्नर बोले दो दिन में शुरू होंगे स्टेशन
इस संबंध में जब हमने निगमायुक्त हर्ष सिंह से बात की तो उनका कहना था कि "अगले दो दिवस में इन ईवी चार्जिंग स्टेशन का संचालन शुरू हो जाएगा" लेकिन बिना बिजली ये कैसे संभव होगा ये नहीं बताया. हालांकि इस तरह के आश्वासन पहले भी कई बार दिये गये हैं, लेकिन सवाल इस बात का है कि पौने दो करोड़ से अधिक की लागत से तैयार ये चार्जिंग स्टेशन क्या वाकई शुरू हो पायेंगे या सिर्फ शोपीस बनकर रह जाएंगे. ये तो आने वाला समय ही बता पाएगा.