ग्वालियर: शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक दंपत्ति की बेटी से अज्ञात साइबर ठगों ने घर बैठे जॉब दिलाने के नाम पर 41 लाख से ज्यादा की रकम ऐंठ ली. यह रकम देश के आधा दर्जन अलग-अलग राज्यों के विभिन्न खातों में भेजी गई है. वहीं साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले में खाता धारकों के बारे में डिटेल निकालना शुरू कर दिया है. घटना लगभग एक महीने पुरानी है. वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद अब इस मामले में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
घर बैठे पैसा कामने के नाम पर ठगी
सिटी सेंटर क्षेत्र में आलोक नर्सिंग होम के संचालक डॉ. देवेंद्र गुप्ता और उनकी पत्नी डॉ. प्रभा गुप्ता का अस्पताल है. उनकी विवाहित बेटी दिशा गुप्ता ग्रहणी है. जून के शुरुआती दिनों में उसके व्हाट्सएप नंबर को अज्ञात व्यक्ति ने एक ग्रुप से जोड़ दिया था. इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी. इसके बाद उसे व्हाट्सएप ग्रुप पर घर बैठे ऑनलाइन जॉब पाने के ऑफर आने लगे. इस ग्रुप में साइबर ठगों के और भी सहयोगी हितग्राही बनकर जुड़े थे, जो खुद भी घर बैठे काम करने का कथित तौर पर दावा कर रहे थे.
ज्यादा पैसा कमाने का लालच देकर ठगे 16 लाख
ठगों के फैलाए रैकेट में दिशा गुप्ता नामक यह युवती फंस गई और उसने शुरुआती दौर में कुछ कंपनी का सर्वे का काम किया. जिसके बदले उसके अकाउंट में पैसा दिखता रहा. उसके बाद जब बड़े सर्वे रिपोर्ट के लिए उसमें ऑफर आया तो रकम मांगी जाने लगी. ठगों ने दिशा को कथित कंपनी से जोड़ दिया था. इसमें पैसा लगाकर बडे़ मुनाफे का झांसा दिया गया था. दिशा गुप्ता ने धीरे-धीरे कर 16 लाख रुपए ठगों द्वारा बताए अकाउंट में जमा कर दिए. जब ठगों को लगा की युवती अब उनके रैकेट के बारे में जान सकती है, तो उन्होंने 16 लाख रुपए लौटाने की एवज में कुछ और रुपए जमा करने को कहा.
पैसा वापस करने नाम पर लगभग 25 लाख और ठगे
दिशा गुप्ता अपने फंसे हुए पैसे निकालने के चक्कर में लगभग 41 लाख से ज्यादा पैसे ठगों के बताऐ अकाउंट में ट्रांसफर कर चुकी थी, लेकिन इसके बाद भी जब उसे उसका पैसा वापस नहीं मिला. तब उसने पुलिस में 1 महीने पहले शिकायत की थी. महीने भर की जांच पड़ताल के बाद अब पुलिस ने डॉक्टर दंपत्ति की बेटी की शिकायत पर बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. यह पैसा विभिन्न खातों में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और दक्षिण भारत के कई राज्यों में निकाला गया है.