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सावधान! AI से बदली आवाज, हादसे में घायल होने के नाम पर रिश्तेदार से अपने खाते में जमा कराए 5 लाख - Gwalior cyber crime

आजकल सायबर क्राइम की चौंकाने वाली घटनाएं हो रही हैं. एक व्यक्ति को उसके रिश्तेदार का कॉल आया कि पिताजी का एक्सीडेंट हो गया तुरंत 5 लाख रुपये उसके खाते में भेजें. जालसाज ने एआई (AI) की मदद से आपनी आवाज बदली थी. इस प्रकार वह शख्स ठगी का शिकार हो गया.

Gwalior cyber crime
हादसे मे घायल होने के नाम रिश्तेदार से अपने खाते में जमा कराए 5 लाख (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 18, 2024, 5:16 PM IST

ग्वालियर। यदि फोन पर कोई आपका नजदीकी या रिश्तेदार अपने आपको किसी परेशानी का हवाला देकर पैसे की मांग करता है तो जरा सावधान हो जाइए. हो सकता है कि साइबर ठग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए आपके नजदीकी रिश्तेदार या दोस्त की हूबहू आवाज निकालकर आपको ठगी का शिकार बना ले. एक ऐसा ही मामला जिले के डबरा शहर में सामने आया है. इसमें नजदीकी रिश्तेदार के सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने का हवाला देकर साइबर ठगों ने 5 लाख की ठगी कर ली.

सायबर क्राइम की चौंकाने वाली घटना (ETV BHARAT)

अज्ञात नंबर से आया कॉल, एक्सीडेंट का हवाला दिया

दरअसल, फरियादी नीरज गुप्ता के पास पिछले दिनों अनजान नंबर से एक फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को उसका फुफेरा भाई सौरभ बताया "पापा का एक्सीडेंट हो गया है. उनकी हालत खराब है. इसलिए उसे 5 लाख रुपए की सख्त जरूरत है." सौरभ ने यह भी कहा कि उसका मोबाइल कार में छूट गया है. इसलिए वह दूसरे के मोबाइल से उसे फोन कर रहा है. नीरज ने अपने रिश्तेदार फूफाजी के सड़क दुर्घटना में घायल होने की पुष्टि भी नहीं की और फुफेरे भाई के कहने पर उसके बताए खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिए. जब बाद में फरियादी नीरज गुप्ता ने अपने भाई सौरभ से फूफाजी का हाल-चाल जानने को लेकर फोन लगाया तब उसने बताया कि उनका कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ.

ठगी का अहसास होने पर की शिकायत

इसके बाद नीरज गुप्ता ने ग्वालियर में पुलिस अधिकारियों से शिकायत की. मामले को साइबर क्राइम पुलिस के हवाले किया गया. साइबर क्राइम पुलिस ने सबसे पहले ठग के खाते को फ्रीज कराया, जहां से अन्य खातों में पैसा भेजा गया था, उन्हें भी फ्रीज कराया गया. इस बीच सायबर ठगों को अंदेशा हो गया कि वे पकड़े जा सकते हैं. उन्होंने दोबारा सौरभ से संपर्क किया और उनके रुपये लौटाने का वादा किया. इस बातचीत को सौरभ ने साइबर क्राइम पुलिस के साथ शेयर किया और साइबर क्राइम पुलिस ने ग्वालियर मिलने आए राजस्थान के चुरू के रामअवतार को धर दबोचा.

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जालसाजों से साढ़े 4 लाख रुपये बरामद

सायबर क्राइम ब्रांच ने जालसाजों के कब्जे से 4.40 लाख रुपए बरामद किए हैं और उसके मोबाइल को भी जब्त कर लिया, जिसमें कई लोगों की लिंक और ठगी के सबूत मौजूद हैं. सायबर क्राइम पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह ऐसी किसी भी परिस्थिति में फोन करने वाले को क्रॉस चेक कर लें अन्यथा उन्हें भी रकम से हाथ धोना पड़ सकता है. सायबर क्राम ब्रांच के अधिकारी धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि सावधानी से ठगी से बचा जा सकता है.

ग्वालियर। यदि फोन पर कोई आपका नजदीकी या रिश्तेदार अपने आपको किसी परेशानी का हवाला देकर पैसे की मांग करता है तो जरा सावधान हो जाइए. हो सकता है कि साइबर ठग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए आपके नजदीकी रिश्तेदार या दोस्त की हूबहू आवाज निकालकर आपको ठगी का शिकार बना ले. एक ऐसा ही मामला जिले के डबरा शहर में सामने आया है. इसमें नजदीकी रिश्तेदार के सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने का हवाला देकर साइबर ठगों ने 5 लाख की ठगी कर ली.

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अज्ञात नंबर से आया कॉल, एक्सीडेंट का हवाला दिया

दरअसल, फरियादी नीरज गुप्ता के पास पिछले दिनों अनजान नंबर से एक फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को उसका फुफेरा भाई सौरभ बताया "पापा का एक्सीडेंट हो गया है. उनकी हालत खराब है. इसलिए उसे 5 लाख रुपए की सख्त जरूरत है." सौरभ ने यह भी कहा कि उसका मोबाइल कार में छूट गया है. इसलिए वह दूसरे के मोबाइल से उसे फोन कर रहा है. नीरज ने अपने रिश्तेदार फूफाजी के सड़क दुर्घटना में घायल होने की पुष्टि भी नहीं की और फुफेरे भाई के कहने पर उसके बताए खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिए. जब बाद में फरियादी नीरज गुप्ता ने अपने भाई सौरभ से फूफाजी का हाल-चाल जानने को लेकर फोन लगाया तब उसने बताया कि उनका कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ.

ठगी का अहसास होने पर की शिकायत

इसके बाद नीरज गुप्ता ने ग्वालियर में पुलिस अधिकारियों से शिकायत की. मामले को साइबर क्राइम पुलिस के हवाले किया गया. साइबर क्राइम पुलिस ने सबसे पहले ठग के खाते को फ्रीज कराया, जहां से अन्य खातों में पैसा भेजा गया था, उन्हें भी फ्रीज कराया गया. इस बीच सायबर ठगों को अंदेशा हो गया कि वे पकड़े जा सकते हैं. उन्होंने दोबारा सौरभ से संपर्क किया और उनके रुपये लौटाने का वादा किया. इस बातचीत को सौरभ ने साइबर क्राइम पुलिस के साथ शेयर किया और साइबर क्राइम पुलिस ने ग्वालियर मिलने आए राजस्थान के चुरू के रामअवतार को धर दबोचा.

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सायबर क्राइम ब्रांच ने जालसाजों के कब्जे से 4.40 लाख रुपए बरामद किए हैं और उसके मोबाइल को भी जब्त कर लिया, जिसमें कई लोगों की लिंक और ठगी के सबूत मौजूद हैं. सायबर क्राइम पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह ऐसी किसी भी परिस्थिति में फोन करने वाले को क्रॉस चेक कर लें अन्यथा उन्हें भी रकम से हाथ धोना पड़ सकता है. सायबर क्राम ब्रांच के अधिकारी धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि सावधानी से ठगी से बचा जा सकता है.

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