गुना: दीपावली के मौके पर मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में परंपरा के नाम पर तमाम तरह की प्रथाएं चली आ रही हैं. ऐसी ही एक प्रथा का आयोजन गुना जिले में होता है, जहां गायों के झुंड को जमीन पर लेटे हुए ग्रामीणों के ऊपर से निकाला जाता है. यह परंपरा दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा के दिन की जाती है.
ग्रामीणों के ऊपर से निकाली गईं गायें
दरअसल, मध्य प्रदेश के गुना जिले से इस प्रथा के ऐसे ही कुछ वीडियो सामने आए हैं, जहां गायें जमीन पर लेटे हुए लोगों को कुचलकर आगे बढ़ती हैं. यह मामला जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर की दूर बसे बरखेड़ा नागदा का है. यहां आदिवासी समाज के लोग एक अनूठी परंपरा का निर्वहन आज भी करते हैं, जिसमें मन्नत धारियों के ऊपर से गायों को गुजारा जाता है. इस वर्ष भी इस तरह का आयोजन किया गया. इसे देखने के लिए वहां लोगों की भीड़ मौजूद रही.
ये भी पढ़ें: गोवर्धन पूजा पर 'मौत का खेल', उज्जैन में लोगों के ऊपर से निकलीं सैंकड़ों गायें 10 दिन लंबी दिवाली... दुर्गा माता की तरह विराजती हैं मां लक्ष्मी, जानिए सागर की अनोखी परंपरा |
दीपावली के अगले दिन मनाई जाती है अनोखी प्रथा
ग्रामीणों के मुताबिक, इस प्रथा की तैयारियां दीपावली के 8 दिन पहले से की जाती है. इसके बाद दिवाली के अगले दिन सभी ग्रामीण अपनी गायों को सजाकर एक जगह एकत्रित होते हैं. फिर मन्नत पूरी होने वाले ग्रामीणों के ऊपर से गायों को गुजारा जाता है. ग्रामीणों का मानना है कि इसमें किसी को खरोंच तक नहीं आती और न ही कोई उफ करता है. ऐसी मान्यता है कि गौ माता किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं, यह परंपरा कई सालों से चली आ रही है.