नई दिल्ली: राजधानी की सबसे हाट मानी जाने वाली दक्षिणी दिल्ली सीट पर हमेशा गुर्जर मतदाता का वर्चस्व रहा है. इस लोकसभा क्षेत्र में 54 में से 22 गांव गुर्जरों के हैं. 85 प्रतिशत हिंदू मतदाता हैं. यही वजह है कि दोनों ही पार्टियों ने सीट पर गुर्जर प्रत्याशी बनाए हैं. जातीय समीकरण को साधने के लिए भाजपा ने रामवीर सिंह बिधूड़ी और आप ने सहीराम पहलवान को अपना चेहरा बनाया है.
दक्षिणी दिल्ली सीट से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के दिग्गज नेता कई बार सांसद रह चुके हैं. पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सिख चेहरा राघव चड्ढा को यहां से प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वह हार गए थे. इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है जातीय समीकरण साधने के लिए सहीराम पहलवान को प्रत्याशी बनाया है. देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा प्रत्याशी जातीय समीकरण को साधने में कामयाब रहता है.
दक्षिणी दिल्ली में 54 में 22 गांव गुर्जर बहुल: इस लोकसभा में कुल 54 गांव हैं. इनमें से 22 गावों में गुर्जर बहुल है. इनमें मुख्य रूप से तुगलकाबाद, बदरपुर, छतरपुर, भाटी कलां, आली, मदनपुर, सतबड़ी और चंदनहोला शामिल हैं. इन गांव में करीब 4.5 लाख मतदाता हैं. इसके अलावा 17 गांव जाट बहुल हैं. इन गांव में देवली वसंत कुंज, नेब सराय, बिजवासन, संगम विहार, कालकाजी, गोविंदपुरी, साकेत महरौली समेत अन्य गांव शामिल है, जिनमें करीब ढाई लाख की आबादी है.
हिंदू मतदाताओं की संख्या अधिक: दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर 85 प्रतिशत हिंदू मतदाता है. दूसरे नंबर पर करीब 9.01 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता है. तीसरे नंबर पर 2.4 प्रतिशत सिख वोटर हैं. इसके अतिरिक्त इस लोकसभा सीट पर 0.4 प्रतिशत जैन और 0.14 प्रतिशत बौद्ध मतदाता है. इस सीट पर अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या करीब 15.39 प्रतिशत है.
इंडिया गठबंधन ने भी साधा जातिगत समीकरण: दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत सबसे अधिक गुर्जर मतदाता है. यही कारण है कि भाजपा 2014 और 2019 में गुर्जर रमेश बिधूड़ी को उम्मीदवार बनाया और अच्छी जीत दर्ज की. रमेश बिधूड़ी 2009 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें कांग्रेस के रमेश कुमार ने मात दी थी.
2019 के लोकसभा चुनाव में हर के बाद आम आदमी पार्टी ने भी जातिगत समीकरण को साधा है. इस बार सहीराम पहलवान को उम्मीदवार बनाया है. जो गुर्जर हैं और वर्तमान में आम आदमी पार्टी से विधायक हैं. साथ ही वह पहलवान के रूप में भी पहचान रखते हैं. इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रही है. इस सीट पर 2009 में कांग्रेस जीती थी. 2014, 2019 में भाजपा ने जीत दर्ज की. आम आदमी पार्टी दोनों बार दूसरे नंबर पर रही थी.
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10 बार खिला कमल, 5 बार जीती है कांग्रेस: दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट सन 1966 में अस्तित्व में आयी. सन 1967 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ. भारतीय जनसंघ के बलराज मधोक यहां से सांसद चुने गए. इसके बाद कांग्रेस के शांति भूषण, जनता पार्टी के विजय कुमार मल्होत्रा, कांग्रेस के ललित माकन और इसके बाद अर्जुन सिंह, भाजपा के मदनलाल खुराना, सुषमा स्वराज, विजय कुमार मल्होत्रा दो-दो लगातार सांसद चुने गए. वर्ष 2009 से 2014 तक कांग्रेस के रमेश कुमार यहां से सांसद रहे वर्ष 2014 और 2019 में भारतीय जनता पार्टी के रमेश बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद चुने गए.
10 विधानसभा में 9 पर आप के विधायक: दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 10 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इनमें बिजवासन, पालम, महरौली, छतरपुर, देवली, अंबेडकर नगर, संगम विहार, कालकाजी, तुगलकाबाद और बदरपुर विधानसभा क्षेत्र हैं. इनमें बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक रामवीर सिंह विधूड़ी हैं. जिन्हें भाजपा ने लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है. बाकी की अन्य 9 विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं.