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रामनवमी पर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले जाएंगे सीधे जेल, गाइडलाइन जारी - Guidelines for Ram Navami 2024

Ram Navami in Jharkhand. रामनवमी के मौके पर सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वाले सीधे जेल जायेंगे. इसे लेकर झारखंड पुलिस की ओर से सख्त दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं.

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Ram Navami in Jharkhand
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Apr 14, 2024, 12:28 PM IST

जानकारी देते आईजी ऑपरेशन अमोल वेणुकांत होमकर

रांची: अगर कोई रामनवमी के दौरान सोशल मीडिया का फायदा उठाकर सांप्रदायिक तनाव या किसी अन्य तरह की अफवाह फैलाता है तो वह सीधे सलाखों के पीछे जाएगा, इसलिए जरूरी है कि पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट की जांच करें और फिर उन पर विश्वास करें. प्रशासन ने इसे लेकर गाइडलाइन जारी की है.

जिला स्तरीय मॉनिटरिंग सेल

त्योहारों के दौरान कई ऐसे तत्व होते हैं जो समाज में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की कोशिश करते हैं ताकि माहौल खराब हो और किसी दूसरे पक्ष को फायदा मिले. रामनवमी त्योहार को देखते हुए पुलिस भी ऐसे तत्वों को बख्शने के मूड में नहीं है.

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह आईजी ऑपरेशन अमोल वेणुकांत होमकर ने बताया कि रामनवमी त्योहार को देखते हुए सबसे ज्यादा फोकस सोशल मीडिया पर रहेगा, इसके लिए सभी जिलों में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल का गठन किया गया है, मॉनिटरिंग सेल बिल्कुल हाईटेक है. राज्य के विभिन्न जिलों से आने वाली सूचनाएं मुख्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष में एकत्र की जाएंगी.

उन्होंने बताया कि राज्य के सभी जिलों के एसएसपी, एसपी और डीसी को अपने-अपने सोशल मीडिया सेल द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को लोगों के साथ-साथ महावीरी अखाड़ों और अन्य शांति समितियों को साझा करने का निर्देश दिया गया है.

हाईटेक है सोशल मीडिया सेल

सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए जो मॉनिटरिंग सेल बनाया गया है वह काफी हाईटेक है. उदाहरण के तौर पर अगर कोई किसी अनजान सर्वर से मैसेज वायरल करता है तो इसकी जानकारी तुरंत मॉनिटरिंग सेल के जरिए साइबर टीम को दे दी जाएगी. सोशल मीडिया के अलग-अलग विंग के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं. व्हाट्सएप, फेसबुक और एक्स जैसे प्लेटफॉर्म पर नजर रखी जा रही है.

सत्यापन के लिए पुलिस को करें कॉल

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने बताया कि सोशल मीडिया को लेकर जिलों के डीसी और एसपी को एक दर्जन से अधिक निर्देश जारी किये गये हैं. उनसे शहर के प्रमुख चौराहों पर सोशल मीडिया से संबंधित साइन लगाने और हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने के निर्देश दिए गए हैं.

आईजी अमोल होमकर के मुताबिक, समाज में अफवाह फैलाने के लिए कई तरह के मैसेज फैलाए जाते हैं. ऐसे में आम लोगों से अपील की गई है कि वे तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम या अपने स्थानीय थाने में फोन कर इसकी जानकारी दें, सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों के बारे में पुलिस से बात करें और पुलिस से पूछें कि क्या यह जानकारी सही है. इसी क्षण से सामाजिक तत्वों के खतरनाक मंसूबे विफल हो जायेंगे.

गाइडलाइंस भी की गईं जारी

रामनवमी पर सोशल मीडिया के जरिए किसी भी तरह की कोई अफवाह न फैलाई जा सके, इसके लिए सभी जिलों में दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं. सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने वालों की जानकारी देने के लिए जिला स्तर पर फोन नंबर भी जारी किए गए हैं.

गाइडलाइंस में आम लोगों से भी कहा गया है कि वे कभी भी कोई भड़काऊ संदेश प्रचारित न करें. अगर उनके मोबाइल पर कोई आपत्तिजनक मैसेज आता है तो वह इसकी सूचना पुलिस को अवश्य दें. गाइडलाइंस में यह भी बताया गया है कि मैसेज को एक जगह से दूसरी जगह भेजने वाला भी उतना ही दोषी है जितना मैसेज बनाने वाला भी, इसलिए इस सबमें सावधानी बरतें.

हाल ही में गिरफ्तार लोगों के बारे में दें जानकारी

हाल के दिनों में झारखंड के कई जिलों में सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों को जेल भी भेजा गया है. ईद के दौरान सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश वायरल करने के आरोप में राजधानी रांची से भी दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. पुलिस ने शांति समिति की बैठक में ऐसे सभी लोगों की जानकारी दी है, ताकि लोग इससे सबक ले सकें.

यह भी पढ़ें: नेताजी हो जाइये सावधान: त्योहार में पार्टी का झंडा लेकर शोभायात्रा में हुए शामिल तो हो जायेगा आचार संहिता का केस - Election Code of Conduct

यह भी पढ़ें: रांची में रामनवमी की रौनक, झंडे बेचकर लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश दे रहा सद्दाम - Ram Navami in Ranchi

यह भी पढ़ें: रामनवमी सुरक्षा को लेकर रांची में हाई लेवल मीटिंग, संवेदनशील जिलों में विशेष एहतियात बरतने के निर्देश - Ram Navami security

जानकारी देते आईजी ऑपरेशन अमोल वेणुकांत होमकर

रांची: अगर कोई रामनवमी के दौरान सोशल मीडिया का फायदा उठाकर सांप्रदायिक तनाव या किसी अन्य तरह की अफवाह फैलाता है तो वह सीधे सलाखों के पीछे जाएगा, इसलिए जरूरी है कि पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट की जांच करें और फिर उन पर विश्वास करें. प्रशासन ने इसे लेकर गाइडलाइन जारी की है.

जिला स्तरीय मॉनिटरिंग सेल

त्योहारों के दौरान कई ऐसे तत्व होते हैं जो समाज में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की कोशिश करते हैं ताकि माहौल खराब हो और किसी दूसरे पक्ष को फायदा मिले. रामनवमी त्योहार को देखते हुए पुलिस भी ऐसे तत्वों को बख्शने के मूड में नहीं है.

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह आईजी ऑपरेशन अमोल वेणुकांत होमकर ने बताया कि रामनवमी त्योहार को देखते हुए सबसे ज्यादा फोकस सोशल मीडिया पर रहेगा, इसके लिए सभी जिलों में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल का गठन किया गया है, मॉनिटरिंग सेल बिल्कुल हाईटेक है. राज्य के विभिन्न जिलों से आने वाली सूचनाएं मुख्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष में एकत्र की जाएंगी.

उन्होंने बताया कि राज्य के सभी जिलों के एसएसपी, एसपी और डीसी को अपने-अपने सोशल मीडिया सेल द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को लोगों के साथ-साथ महावीरी अखाड़ों और अन्य शांति समितियों को साझा करने का निर्देश दिया गया है.

हाईटेक है सोशल मीडिया सेल

सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए जो मॉनिटरिंग सेल बनाया गया है वह काफी हाईटेक है. उदाहरण के तौर पर अगर कोई किसी अनजान सर्वर से मैसेज वायरल करता है तो इसकी जानकारी तुरंत मॉनिटरिंग सेल के जरिए साइबर टीम को दे दी जाएगी. सोशल मीडिया के अलग-अलग विंग के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं. व्हाट्सएप, फेसबुक और एक्स जैसे प्लेटफॉर्म पर नजर रखी जा रही है.

सत्यापन के लिए पुलिस को करें कॉल

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने बताया कि सोशल मीडिया को लेकर जिलों के डीसी और एसपी को एक दर्जन से अधिक निर्देश जारी किये गये हैं. उनसे शहर के प्रमुख चौराहों पर सोशल मीडिया से संबंधित साइन लगाने और हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने के निर्देश दिए गए हैं.

आईजी अमोल होमकर के मुताबिक, समाज में अफवाह फैलाने के लिए कई तरह के मैसेज फैलाए जाते हैं. ऐसे में आम लोगों से अपील की गई है कि वे तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम या अपने स्थानीय थाने में फोन कर इसकी जानकारी दें, सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों के बारे में पुलिस से बात करें और पुलिस से पूछें कि क्या यह जानकारी सही है. इसी क्षण से सामाजिक तत्वों के खतरनाक मंसूबे विफल हो जायेंगे.

गाइडलाइंस भी की गईं जारी

रामनवमी पर सोशल मीडिया के जरिए किसी भी तरह की कोई अफवाह न फैलाई जा सके, इसके लिए सभी जिलों में दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं. सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने वालों की जानकारी देने के लिए जिला स्तर पर फोन नंबर भी जारी किए गए हैं.

गाइडलाइंस में आम लोगों से भी कहा गया है कि वे कभी भी कोई भड़काऊ संदेश प्रचारित न करें. अगर उनके मोबाइल पर कोई आपत्तिजनक मैसेज आता है तो वह इसकी सूचना पुलिस को अवश्य दें. गाइडलाइंस में यह भी बताया गया है कि मैसेज को एक जगह से दूसरी जगह भेजने वाला भी उतना ही दोषी है जितना मैसेज बनाने वाला भी, इसलिए इस सबमें सावधानी बरतें.

हाल ही में गिरफ्तार लोगों के बारे में दें जानकारी

हाल के दिनों में झारखंड के कई जिलों में सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों को जेल भी भेजा गया है. ईद के दौरान सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश वायरल करने के आरोप में राजधानी रांची से भी दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. पुलिस ने शांति समिति की बैठक में ऐसे सभी लोगों की जानकारी दी है, ताकि लोग इससे सबक ले सकें.

यह भी पढ़ें: नेताजी हो जाइये सावधान: त्योहार में पार्टी का झंडा लेकर शोभायात्रा में हुए शामिल तो हो जायेगा आचार संहिता का केस - Election Code of Conduct

यह भी पढ़ें: रांची में रामनवमी की रौनक, झंडे बेचकर लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश दे रहा सद्दाम - Ram Navami in Ranchi

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