रुड़की: हरिद्वार के पिरान कलियर में हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की मिसाल देखने को मिली है. पिरान कलियर दरगाह में कांवड़ियों शिवभक्तों का जत्था पहुंचा. शिवभक्तों के इस जत्थे ने पिरान कलियर दरगाह में देश में भाईचारा और शान्ति के लिए दुआ मांगी. इस दौरान कांवड़ियों ने कहा पिरान कलियर भी एक धार्मिक स्थल है. यहां पर भी कोई शक्ति है. जिसके कारण वे यहां प्रार्थना करने पहुंचे हैं.
देश में धर्म के नाम पर राजनीति भले ही आम बात हो, मगर पिरान कलियर दरगाह में कांवड़ियों का सजदे में झुकना कोई आम बात नहीं है. ये घटना ऐसे लोगों के मुंह पर जोरदार तमाचा है जो कभी धर्म, जाति, कभी नाम को लेकर समाज को अलग अलग धाराओं में बांटने का काम करते हैं. रुड़की की पिरान कलियर दरगाह पहुंचे कांवड़ियों ने सावन के इस महीने में शिवभक्ति के साथ ही भाईचारे का पैगाम दिया है.
बुधवार को हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गणतव्य की ओर लौट रहे पंजाब, हरियाणा, मुम्बई, चंडीगढ़, के नरेश कुमार, करन, लखख्न, बब्लू शर्मा, प्रेम निकाजु, कर्मचंद, राजकुमार व अन्य कांवडियों का एक जत्था रुड़की स्थित पिरान कलियर साबिर पाक की दरगाह पहुंचा. यहां सभी ने विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक में हाजिरी पेश की. इस दौरान कांवड़ियों ने दरगाह में चादर और अकीदत के फूल पेश करने के साथ-साथ देश में भाईचारा और शान्ति के लिए दुआ की. कांवड़ियों ने दरगाह साबिर पाक पहुंचकर देश में भाईचारा और एकता की मिसाल भी पेश की है.
पिरान कलियर दरगाह पहुंचे कांवड़ियों ने बताया वह जल लेने के लिए हरिद्वार आए थे. इस दौरान उन्होंने दरगाह साबिर पाक में मत्था टेककर दर्शन किए. साथ ही उन्होंने बताया उनकी साबिर पाक में गहरी आस्था है. उसके बाद शिव भक्त कांवड़ये जल लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए. गौरतलब है कि पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक एक धार्मिक स्थल है. यहां पर सभी धर्म के लोग दूर दराज से अपनी-अपनी आस्था को लेकर पहुंचते हैं. उनकी मनोकामनाएं पूरी भी होती हैं.