लखनऊ : राजधानी में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4 (जीबीसी-4) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे. पीएम मोदी के प्रस्तावित को लेकर शनिवार को लेकर सीएम योगी इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचे. सीएम ने अधिकारियों से तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. सीएम योगी ने खासतौर पर प्रधानमंत्री समेत अन्य वीआईपी मेहमानों और निवेशकों के आवागमन, बैठने और अन्य सुविधाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली. साथ ही उन्होंने मुख्य हाल और वहां बने मंच का निरीक्षण किया.
19 से 21 फरवरी तक चलेगा कार्यक्रम
बता दें कि पिछले वर्ष 10 से 12 फरवरी के मध्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ था. इसके करीब एक वर्ष बाद 19-21 फरवरी के बीच ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4 का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें पीएम मोदी समेत तमाम वीआईपी शामिल होंगे. साथ ही कार्यक्रम में दुनियाभर के 3000 से अधिक प्रतिभागियों के प्रतिभाग करने की संभावना है. जिसमें जाने माने उद्योगपति, फॉर्च्यून ग्लोबल/इंडिया 500 कंपनियां, विदेशी निवेशक भागीदार, राजदूत/उच्चायुक्त एवं अन्य प्रतिष्ठित अतिथि सम्मिलित हैं.
फार्मा सेक्टर में दिग्गज कंपनियां करेंगी निवेश : ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी समारोह के दौरान कई बड़ी फार्मा सेक्टर से कंपनियां बड़ा निवेश करने वाली है. इस क्रम में तेलंगाना की चार दिग्गज फार्मा कंपनियों ने प्रदेश में करोड़ों रुपये के निवेश की तैयारी की है. ये कंपनियां ड्रग व मेडिकल पार्कों के विकास व उत्तर प्रदेश को फार्मा सेक्टर का हब बनाने के रोडमैप पर भी कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 18 जनवरी को योगी सरकार ने हैदराबाद में फार्मा कॉन्क्लेव का आयोजन किया था. इसमें उत्तर प्रदेश में ड्रग व फार्मा मैनुफैक्चरिंग कल्चर को बढ़ावा देने और सरकार द्वारा बनाई गई फार्मा पॉलिसी के साथ ही दी जा रही सहूलियतों के बारे में जागरूकता का प्रसार किया गया. इसी के फलस्वरूप डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने यीडा में मेडिकल डिवाइस पार्क के पास या नोएडा/ग्रेटर नोएडा में एक अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापित करने में रुचि व्यक्त की है. इसके अतिरिक्त उन्होंने ललितपुर में बल्क ड्रग पार्क के भीतर निवेश के अवसर तलाशने में रुचि दिखाई है. जिसके लिए 150 एकड़ से अधिक भूमि की आवश्यकता है. ग्रेटर नोएडा में फार्मास्युटिकल विनिर्माण सुविधा स्थापित करने में रुचि व्यक्त की है. मेडिकल डिवाइस पार्क, नोएडा या ग्रेटर नोएडा में एक बायोटेक प्रयोगशाला और एक विनिर्माण इकाई स्थापित करने में भी रुचि दिखाई है.
वीबीएल व रॉलवेल इंडस्ट्रीज ने भी दिखाई रुचि : प्रदेश को ड्रग व फार्मा मैनुफैक्चरिंग क्लस्टर के तौर पर विकसित करने और बड़ा हब बनाने के लिए वीबीएल तथा रॉलवेल इंडस्ट्रीज ने भी रुचि जताई है. वीबीएल द्वारा लगभग 10-15 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश और लगभग 5-10 एकड़ भूमि की आवश्यकता के साथ, मेडिकल डिवाइस पार्क, नोएडा या आसपास के क्षेत्र में सांप के जहर एंटीसीरम को निकालने के लिए एक अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की गई है. रॉकवेल इंडस्ट्रीज ने विशिष्ट सहायक इकाइयों को एकीकृत करने के इरादे के साथ-साथ, वैक्सीन वाहकों पर प्राथमिक जोर देने के साथ, नोएडा में मेडिकल डिवाइस पार्क के भीतर एक विनिर्माण सुविधा स्थापित करने में अपनी रुचि दिखाई है. उसे संयंत्र स्थापित करने के लिए भूमि की आवश्यकता लगभग 35-40 एकड़ है और कुल निवेश 400-500 करोड़ रुपये होने का अनुमान है.
स्टील शिपिंग कंटेनर्स बेस्ड जर्मन हैंगर में मुख्य आयोजन : इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में नए इनोवेशन के जरिए 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी की ओर तेजी से कदम बढ़ाते उत्तर प्रदेश की सुदृढ़ अर्थव्यवस्था को दर्शाया जा रहा है. इसके तहत स्टील के शिपिंग कंटेनर्स को बेस बनाकर जर्मन हैंगर बनाए जा रहे हैं. 70 मीटर लंबा तथा 20 मीटर ऊंचा बन रहे इस इवेंट को 56 कंटेनरों को एक के ऊपर एक रखकर बने स्ट्रक्चर के टेंट में परिवर्तित करते हुए मेन पैवेलियन का निर्माण किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त यहां श्रीराम जन्मभूमि मंदिर समेत डिफेंस के तमाम इक्विप्मेंट्स के 3डी रेप्लिका मॉडल्स को दर्शाया जाएगा. 34 लाख रोजगार के अवसरों का होगा सृजन पिछले वर्ष फरवरी माह में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 आयोजन हुआ था. इस आयोजन के मात्र एक वर्ष के अंदर उत्तर प्रदेश सरकार ने 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश को धरातल पर उतारने जा रही है. इससे 34 लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध होने के साथ ही 14 हजार से अधिक परियोजनाएं मूर्त रुप लेंगी.