कानपुर: कानपुर जू घूमने आने वाले दर्शकों के लिए एक बार फिर से अच्छी खबर सामने आई है. अभी तक कानपुर में जब दर्शक जू पहुंचते थे, तो यहां पर शेर, तेंदुआ समेत अन्य रंग बिरंगी पक्षी उनका दिल जीतते थे. पर यहां लोगों के आकर्षण का केंद्र हरी इगुआना छिपकली होगी, जो आकार में ही सामान्य छिपकली से कई गुना अधिक बड़ी है.
कानपुर जू में वैसे तो हिरन की कई प्रजातियां हैं, लेकिन पहली बार दर्शक कानपुर जू में चूहे के मुंह वाला हिरन देख सकेंगे. अजगर से लोगों को डर लगता है. उन्हीं की खतरनाक प्रजाति का रेटिकुलेटेड पायथन भी यहां पर लाया गया है. इन वन्यजीवों के अलावा कानपुर जू में ग्रे वुल्फ भी लाया गया. कानपुर जू के प्रशासनिक अफसर की योजना है कि अब इस ग्रे वोल्फ के साथ जो देसी वुल्फ यहां पर पहले से हैं, उनकी ब्रीडिंग कराई जाएगी. भविष्य में कानपुर जू में ग्रे वुल्फ की भी संख्या बढ़ सके.
सभी वन्यजीव जू पहुंचते ही सहमे, हुए क्वारंटीन: चेन्नई जू से शुक्रवार को कानपुर जू में जो यह नए वन्यजीव पहुंचे हैं. वह यहां के मौसम को देखते हुए थोड़ा सा सहम गए. जू के प्रशासनिक अफसरों ने काफी प्रयास किया कि, वन्यजीव बाडे में पहुंचकर कुछ चहलकदमी कर सकें. मगर सभी वन्यजीव जैसे ही बाड़े में पहुंचे, वैसे ही चुपचाप बैठ गए.
कानपुर चिड़ियाघर के निदेशक केके सिंह ने बताया कि, सभी वन्य जीव फिलहाल पूरी तरह स्वस्थ हैं. वन्यजीवों का जो स्वभाव होता है, उसके तहत जब वह लंबी दूरी का सफर करते हैं, तो इसके बाद उनको अकेले रहकर रेस्ट करना अच्छा लगता है. हमारी कोशिश होगी की एक-दो दिन में इन वन्य जीवों को बाड़े में बाहर निकाला जा सके.
कई वन्यजीव चेन्नई जू भेजे गए: कानपुर जू के निदेशक केके सिंह ने बताया वन्यजीवों की अदला बदली नियम के तहत चेन्नई जू से कानपुर जू में कई नए वन्यजीव आ गए हैं. कानपुर जू से चेन्नई जू के लिए लंगूर, काठ उल्लू, एक इजिप्शियन और एक हिमालय ग्रिफान वल्चर भेजा गया है. चेन्नई जू में भी सभी वन्य जीव पूरी तरह स्वस्थ हैं. शासन को इस पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है. अब कानपुर में दर्शक नए वन्यजीवों का दीदार जल्द कर सकेंगे.