नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी का जल्द ही शिलान्यास होगा. यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बनने वाली फिल्म सिटी का शिलान्यास इसी महीने की 22 से 24 तारीख के बीच होगा. इससे पहले यमुना प्राधिकरण फिल्म सिटी की विकासकर्ता कंपनी बेव्यू को जमीन पर कब्जा देगी. फिल्म सिटी के लिए गठित एसपीवी में प्राधिकरण के सीईओ एवं एक एसीईओ बतौर निदेशक होंगे. यह कंपनी फिल्म सिटी के विकास और संचालन के लिए जिम्मेदार होगी. इस फिल्म सिटी के बन जाने से जहां एक तरफ बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिलेगा वहीं फिल्म सिटी उन कलाकारों के सपनों को सच करेगी जिनमे प्रतिभा होने के बावजूद उन्हें कभी मौका नहीं मिल पाया.
दरअसल, यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर 21 में बनने वाली फिल्म सिटी परियोजना का पहला चरण 230 एकड़ का होगा. जिसमें फिल्म सिटी निर्माता निर्देशक बोनी कपूर व भूटानी समूह की कंपनी बेव्यू को विकास करता चयन किया गया है. कंपनी ने 18% राजस्व हिस्सेदारी की बोली लगाकर फिल्म सिटी की निविदा हासिल की थी. 1000 एकड़ में विकसित होने वाली फिल्म सिटी परियोजना का पहला चरण 230 एकड़ का है. इसके लिए वीडियो कंपनी का चयन किया गया है जो इसी महीने से कार्य शुरू कर देगी.
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि बोनी कपूर इसी महीने 22 से 24 जून के दौरान ग्रेटर नोएडा आएंगे. तभी जमीन पर कब्जा देने व फिल्म सिटी के शिलान्यास का कार्यक्रम होगा. प्राधिकरण और बेव्यू कंपनी के बीच कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर होंगे. इसके अनुसार ही फिल्म सिटी का विकास और संचालन होगा. विकासकर्ता को एसपीवी के गठन एवं बैंक गारंटी के पूर्व में निर्देश दिए जा चुके हैं. यमुना प्राधिकरण ने बेव्यू कंपनी को फिल्म सिटी के लिए विकास एवं संचालन का 90 साल का लाइसेंस दिया है. 9वे साल से प्राधिकरण को फिल्म सिटी के ग्रॉस राजस्व में 18% की हिस्सेदारी मिलनी शुरू हो जाएगी.
सीईओ ने बताया की फिल्म सिटी का निर्माण 3 साल में पूरा कर संचालन शुरू हो जाएगा. फिल्म सिटी को सात जॉन में विकसित किया जाएगा. इसमें प्री प्रोडक्शन से लेकर पोस्ट प्रोडक्शन की सुविधा होगी, वहीं फिल्म सिटी बनने के बाद बड़े पैमाने पर लोगों को यहां रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा. तो वहीं दूसरी तरफ युवा अपनी प्रतिभा को सबके सामने आसानी से ला सकेंगे और अपने टैलेंट का हुनर दुनिया को दिखा पाएंगे.
ये भी पढ़ें- ग्रेटर नोएडा: शिक्षा के अधिकार में एडमिशन लेने वालों की संख्या में आई कमी, करीब 200 छात्रों ने किए आवेदन