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लक्सर के केहड़ा गांव में इथेनॉल गैस लीकेज का खतरा! ग्राम प्रधान ने पाइप लाइन के ज्वाइंट खुलने की एसडीएम से की शिकायत - ethanol gas leakage

Danger of ethanol gas leakage in Laksar लक्सर के सेट केहड़ा गांव की प्रधान के एक पत्र ने हड़कंप मचा दिया है. ग्राम प्रधान ने एसडीएम को एक चिट्ठी लिखकर बताया है कि केहड़ा गांव में एक एनर्जी बायोगैस प्राइवेट लिमेटेड की गैस पाइप लाइन में कई जगह लीकेज हो रहा है. पाइप लाइन से इथेनॉल गैस लीक हो रही है. अगर इस पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

ethanol gas leakage in Laksar
गैस लीकेज का खतरा (Photo- Village Head)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 11, 2024, 1:30 PM IST

लक्सर: शुगर मिल से सेट केहड़ा गांव की ग्राम प्रधान द्वारा एसडीएम को पत्र देकर बताया गया कि इथोनॉल गैस की पीवीसी पाइप लाइन जगह-जगह से लीकेज हो रही है. इस कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. ग्राम प्रधान मोनिका ने पत्र में कहा है कि केहड़ा गांव के खसरा नंबर 75 में एक एनर्जी बायोगैस प्राइवेट लिमिटेड स्थापित है. इसमें इथेनॉल राॅ गैस के लिए शुगर मिल लक्सर द्वारा 15 साल का एग्रीमेंट किया हुआ है.

पीवीसी पाइप द्वारा मिल में बायोगैस पहुंचाई जा रही है. करीब एक हजार मीटर तक पाइप लाइन को डाला गया है. इसमें प्रत्येक 20 फीट की दूरी पर एक ज्वाइंट लगाया गया है. पाइप लाइन में 100 से अधिक ज्वाइंट हैं. यह ज्वाइंट खुल जाने के कारण जगह जगह लीकेज हो रहा है. पत्र में कहा गया है कि गैस के पीवीसी पाइप लाइन के निकट से सटकर 11,000 वोल्ट की हाईटेंशन विद्युत लाइन चल रही है. जगह जगह गैस लीकेज होने और विद्युत लाइन चालू होने से गंभीर खतरा बना हुआ है. किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

इसके अलावा जिस पुलिया के नीचे से होकर यह पाइप लाइन पहुंचाई गई है, वह पुलिया बेहद छोटी होने के कारण उसमें पाइप लाइन डालने के करण पानी की निकासी बंद हो गई है. इस कारण बरसात के दिनों में उक्त पाइप लाइन और बिजली की लाइन आमजन के लिए खतरे का कारण बन सकती है. जिसके चलते उक्त गैस पाइप लाइन के गंभीर परिणामों से आमजन को बचाने के लिए गैस पाइपलाइन को तत्काल हटवाया जाना बेहद जरूरी है. यदि उक्त गैस पाइपलाइन से कोई हादसा होता है तो इसके लिए स्थानीय प्रशासन एवं शुगर मिल प्रबंधन जिम्मेदार होगा.एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने इस मामले में शुगर मिल प्रबंधन एवं नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

इथेनॉल से खतरा: इथेनॉल से हवा में आग लगने या विस्फोट होने का खतरा होता है. इथेनॉल की अत्यधिक मात्रा वाले क्षेत्र में एक भी चिंगारी बड़े विस्फोट का कारण बन सकती है. इथेनॉल द्वारा बनाई गई गैसें और वाष्प डिस्टिलरी और ब्रुअरीज में पहचाने जाने वाले सबसे आम ज्वलनशील खतरे हैं.
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लक्सर: शुगर मिल से सेट केहड़ा गांव की ग्राम प्रधान द्वारा एसडीएम को पत्र देकर बताया गया कि इथोनॉल गैस की पीवीसी पाइप लाइन जगह-जगह से लीकेज हो रही है. इस कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. ग्राम प्रधान मोनिका ने पत्र में कहा है कि केहड़ा गांव के खसरा नंबर 75 में एक एनर्जी बायोगैस प्राइवेट लिमिटेड स्थापित है. इसमें इथेनॉल राॅ गैस के लिए शुगर मिल लक्सर द्वारा 15 साल का एग्रीमेंट किया हुआ है.

पीवीसी पाइप द्वारा मिल में बायोगैस पहुंचाई जा रही है. करीब एक हजार मीटर तक पाइप लाइन को डाला गया है. इसमें प्रत्येक 20 फीट की दूरी पर एक ज्वाइंट लगाया गया है. पाइप लाइन में 100 से अधिक ज्वाइंट हैं. यह ज्वाइंट खुल जाने के कारण जगह जगह लीकेज हो रहा है. पत्र में कहा गया है कि गैस के पीवीसी पाइप लाइन के निकट से सटकर 11,000 वोल्ट की हाईटेंशन विद्युत लाइन चल रही है. जगह जगह गैस लीकेज होने और विद्युत लाइन चालू होने से गंभीर खतरा बना हुआ है. किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

इसके अलावा जिस पुलिया के नीचे से होकर यह पाइप लाइन पहुंचाई गई है, वह पुलिया बेहद छोटी होने के कारण उसमें पाइप लाइन डालने के करण पानी की निकासी बंद हो गई है. इस कारण बरसात के दिनों में उक्त पाइप लाइन और बिजली की लाइन आमजन के लिए खतरे का कारण बन सकती है. जिसके चलते उक्त गैस पाइप लाइन के गंभीर परिणामों से आमजन को बचाने के लिए गैस पाइपलाइन को तत्काल हटवाया जाना बेहद जरूरी है. यदि उक्त गैस पाइपलाइन से कोई हादसा होता है तो इसके लिए स्थानीय प्रशासन एवं शुगर मिल प्रबंधन जिम्मेदार होगा.एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने इस मामले में शुगर मिल प्रबंधन एवं नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

इथेनॉल से खतरा: इथेनॉल से हवा में आग लगने या विस्फोट होने का खतरा होता है. इथेनॉल की अत्यधिक मात्रा वाले क्षेत्र में एक भी चिंगारी बड़े विस्फोट का कारण बन सकती है. इथेनॉल द्वारा बनाई गई गैसें और वाष्प डिस्टिलरी और ब्रुअरीज में पहचाने जाने वाले सबसे आम ज्वलनशील खतरे हैं.
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