गौरेला पेंड्रा मरवाही: ग्राम पंचायत अड़भार में सार्वजनिक राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर ग्राम पंचायत में जनसुनवाई हुई. इस दौरान जांच किया गया. जांच के दौरान ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों ने राशन दुकान संचालक समूह पर दो माह के चना वितरण में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. मौके पर पहुंचे खाद्य विभाग की टीम ने दो दिनों के बाद पूरे मामले की विस्तृत जांच कर कार्रवाई की बात कही है.
जानिए क्यों फूटा ग्रामीणों का गुस्सा : मामला पेंड्रा जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अड़भार का है. यहां अप्रैल और मई माह के चना वितरण में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी. इसके बाद ग्राम पंचायत भवन में गांव के सरपंच, उपसरपंच, पंचगणों के साथ जनपद के अधिकारियों के सामने जनसुनवाई और जांच कार्रवाई की गई. जांच के दौरान जैसे ही ग्रामीणों ने समूह संचालक पर मनमानी करने और राशन में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया, ग्राम पंचायत भवन के अंदर ही हंगामा शुरू हो गया.
"अप्रैल माह का चना हितग्राहियों को मई माह में ऑनलाइन चढ़ा दिया गया है, यही शिकायत हुई है." -राजेन्द्र चौधरी, विक्रेता, राशन दुकान, अड़भार
दो माह के चना वितरण में गड़बड़ी: काफी देर तक हंगामा होने के बाद इसकी सूचना खाद्य विभाग के अधिकारी को दी गई, जिसके बाद मौके पर सहायक खाद्य अधिकारी पहुंचे और जांच आगे बढ़ी. ग्राम पंचायत भवन के अंदर मौजूद लोगों ने 2 महीने के चना वितरण में गड़बड़ी करने के साथ निर्धारित शासकीय दर से अधिक मूल्य पर शक्कर बेचने की शिकायत की. शिकायत गंभीर होने की वजह से शिकायतकर्ताओं का बयान बारी-बारी से दर्ज किया गया. इस पर ग्राम पंचायत में हुए भारी हंगामे की वजह से ज्यादातर राशन कार्ड धारक चले गए और जांच पूरी नहीं हो सकी.
"मुझे शिकायत मिली है कि पिछले 2-3 माह से कुछ लोगों को चना नहीं मिला है. जुलाई और अगस्त का चना आया हुआ है. जून, अप्रैल और मई का कुछ-कुछ लोगों को चना नहीं मिला है. इसकी शिकायत मिली थी. इस संबंध में आज हमने कुछ लोगों से पूछताछ की. कुछ लोग आज नहीं आ पाए, उनको मंगलवार को बुलाया गया है. पूछताछ के बाद मंगलवार को जांच की जाएगी." -नटवर राठौर, सहायक खाद्य अधिकारी, पेण्ड्रा
जानिए क्या कहते हैं सरपंच उपसरपंच: इस पूरे मामले में सरपंच और उपसरपंच का कहना है, "राशन दुकान संचालक ने चना वितरण में बड़ा गड़बड़ किया है दुकान संचालक की ओर से ऑनलाइन में भी फर्जी वितरण दर्शाया गया है जबकि कार्ड में चना वितरण नजर नहीं आता. ना ही भौतिक रूप से चना ग्रामीणों को दिया गया, जिसकी शिकायत पर आज जांच की गई. लगातार शिकायत के तथ्य सही पाए गए, इसलिए इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है."
मंगलवार को होगी जांच: शिकायत की गंभीरता की वजह से सहायक खाद्य अधिकारी ने मौके पर खाद्य निरीक्षक को बुलाकर आने वाले मंगलवार को सभी राशन कार्ड और दुकान की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट पेश करने के लिए कह दिया, ताकि इसके लिए पंचायत को भी निर्देशित किया जाए. गांव में मुनादी करा कर मंगलवार को सभी राशन कार्ड धारकों को उपस्थित रहे, ताकि गड़बड़ी का सही आंकड़ा निकाला जा सके. मामले में राशन दुकान संचालक अपने ऊपर लगे सभी आरोपी को फर्जी करार दे रहा है.