जयपुर. राजस्थान में भाजपा की सरकार सत्ता की कुर्सी पर काबिज होने के बाद बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारियों के तबादले किए गए. अब जाति के आधार पर दुर्भावना से कई सरकारी कर्मचारियों के तबादले करने के आरोप लग रहे हैं. इसे लेकर अब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश की भजनलाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि तबादलों में राजनीतिक दुर्भावना साफ तौर पर देखी जा सकती है. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस पर विचार करने की भी मांग की है.
समाज को बांटने वाला कृत्य उचित नहीं: गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, पूरे प्रदेश में हाल ही में हुए ट्रांसफर्स में राजनीतिक दुर्भावना साफ तौर पर देखी जा सकती है. कुछ नकारात्मक सोच के भाजपा नेताओं ने बदले की भावना से सरकारी कर्मचारियों का जाति-समाज के आधार पर तबादला करा दिया. समाज को बांटने की मंशा से किया गया यह कृत्य उचित नहीं है. इसके दूरगामी परिणाम सुखद नहीं होंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस पर विचार करने की मांग की है.
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मुकेश भाकर और निर्मल चौधरी ने भी उठाई आवाज: तबादला सूचियों में जाति की राजनीति के आरोप लगाकर लाडनूं से कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर और छात्र नेता निर्मल चौधरी ने भी मुखरता से आवाज उठाई थी. विधायक मुकेश भाकर ने इस मामले को लेकर डीडवाना-कुचामन कलेक्टर से भी मुलाकात की थी. उन्होंने सरकार पर जातिगत आधार पर तबादले करने और एक जाति विशेष के लोगों को टारगेट कर जिले और तहसील से बाहर करने का आरोप लगाया था.