जयपुर : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सरकार की पहली वर्षगांठ पर सीएम कई छोटी-बड़ी योजनाओं का एक साथ शिलान्यास और उद्घाटन और वो भी वर्चुअल करने जा रहे हैं. इसके लिए बाकायदा जिला कलेक्टर्स से सूचियां मंगवाई जा रही हैं. उन्होंने इसे गलत परंपरा बताते हुए कहा कि ऐसा करके सीएम जनप्रतिनिधियों के हक पर कुंडली मारने की तैयारी कर रहे हैं. उन्हें उद्घाटन और शिलान्यास करने हैं तो फील्ड में जाकर करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि जिन कामों का वर्चुअल उद्घाटन करने की तैयारी की जा रही है, वे कांग्रेस के शासन में स्वीकृत या पूरे हो चुके हैं. अब सीएम एक साथ उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं तो क्या उन्हें हटने का डर है.
पीसीसी वॉर रूम में मीडिया से बातचीत में डोटासरा ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार में और उससे पहले वसुंधरा सरकार के आखिरी दो साल में रबी की फसल की बुवाई के लिए किसानों को छह-छह घंटे बिजली दी जा रही थी. वहीं, अब किसानों को महज चार घंटे ही बिजली मिल रही है. इनके मंत्री कहते हैं कि कांग्रेस सरकार ने दूसरे राज्यों से बिजली उधार लेकर लौटाने का जो समझौता किया था. उसके तहत अन्य राज्यों को बिजली दी जा रही है. जबकि हकीकत यह है कि अन्य राज्यों को बिजली लौटाने का समझौता पिछले महीने पूरा हो चुका है. अब किसानों को बुवाई के समय छह घंटे बिजली नहीं मिलती है तो किसान बर्बाद हो जाएंगे.
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बाजरे की एमएसपी पर खरीद के वादे से मुकरी सरकार : डोटासरा ने कहा कि भाजपा ने संकल्प पत्र में लिखा था कि बाजरे की खरीद समर्थन मूल्य पर की जाएगी. विधानसभा में एक सवाल के जवाब में भी मुख्यमंत्री ने कहा कि संकल्प पत्र के अनुसार बाजरे की एमएसपी पर खरीद की जाएगी. हरियाणा में भाजपा की सरकार है. वहां समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद हो रही है. हम पर आरोप लगाने वाले और संकल्प पत्र में वादा करने वाले अब कह रहे हैं कि समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद नहीं होगी.
कर्मचारियों की पीड़ा भी बताई : उन्होंने कहा कि कर्मचारी वर्ग को आरजीएचएस का लाभ हमारी सरकार के समय मिल रहा था. भाजपा की सरकार आने के बाद आज इतने महीने से आरजीएचएस का पेमेंट किसी कर्मचारी को नहीं मिल रहा है. जिससे पूरा कर्मचारी वर्ग परेशान है. जहां सरकार लाखों नौकरियां देने के वादे कर रही है. अकेले शिक्षा विभाग में एक लाख से ज्यादा पद रिक्त हैं. साल 2021-22 के बाद से किसी भी वर्ग की पदोन्नति और डीपीसी नहीं हो रही है. अध्यापक से लेकर प्रधानाचार्य के पदों पर भर्ती भी नहीं हो रही है.
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महिला आरक्षण के लिए नहीं किया प्रावधान : उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में फैसला करके कहा था कि अध्यापक लेवल-1 में 50 फीसदी महिलाओं को आरक्षण देंगे. लेकिन आज तक नियम-कानून में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. यह केवल धूल में लठ चलाया गया है. वे कानूनी स्थिति की जानकारी के बिना घोषणा कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सरकार के समय कोरोना की मजबूरी के चलते वर्चुअल शिलान्यास और उद्घाटन किए गए थे. लेकिन अब मुख्यमंत्री को इसका चस्का लगा है. वे प्रदेशभर से इसके लिए जानकारी मंगवा रहे हैं.
उपचुनाव में भाजपा को जीरो सीट : डोटासरा ने कहा कि उपचुनाव चल रहे हैं. दीपावली के बाद अब चुनाव परवान पर चढ़ चुका है. उन्होंने कहा कि भाजपा के सारे दावे धरे रह जाएंगे और भाजपा को जीरो सीट मिलेगी. नर्मदा का पानी, एक लाख नौकरी, चिकित्सा और महंगाई से राहत जैसे मुद्दों पर सरकार ने कोई काम नहीं किया. इसलिए जनता उपचुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी.
छोड़कर जाने वाले नेता घर बैठे दुकान चला रहे थे : कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेताओं को लेकर डोटासरा ने कहा कि जिन लोगों को हमने तवज्जो नहीं दी. वे अगर कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं तो इसका कोई असर नहीं पड़ता है. जो घर बैठे अपनी दुकान चला रहे थे. हमने उनकी दुकान बंद कर दी है. इसलिए वह छोड़कर जा रहे हैं. उपचुनाव के टिकट में परिवारवाद के आरोपों पर डोटासरा ने कहा कि दौसा में भाजपा ने डॉ. किरोड़ीलाल मीना के भाई जगमोहन मीना को टिकट दिया है. यह परिवारवाद का सबसे बड़ा उदहारण है. उन्होंने किरोड़ीलाल मीना के बयान का जिक्र करते हुए कहा, किरोड़ी का बयान किसी ने सुना नहीं कि वह अपने प्रमोशन की बात करते थे. कैबिनेट मंत्री के ऊपर प्रमोशन मुख्यमंत्री ही होता है. उप मुख्यमंत्री भी कैबिनेट मंत्री ही होते हैं.
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भाजपा सरकार में खरीदी गई विवादित किताबें : स्कूल से विवादित किताबें वापस मंगवाने के सरकार के फैसले पर डोटासरा ने कहा, वह किताब पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं है. भारत सरकार पुस्तकें खरीदने के लिए समसा के माध्यम से बजट देती है. वे जब शिक्षा मंत्री थे तो 11 करोड़ का फंड आया था. हमने यह किताबें नहीं खरीदी. ये जब सत्ता में आए तो आनन-फानन में जो किताबें खरीदी गई. यह विवादित किताब भी उनमें से हैं. अब शिक्षा मंत्री यह कहकर नहीं बच सकते कि हमने किताबें वापस मंगवा ली है.
तेंदुआ आदमियों को मार रहा, आदमी बाघ को : प्रदेश में लेपर्ड और बाघ के हमलों को लेकर डोटासरा ने कहा कि इस सरकार में पोपा बाई का राज है. लेपर्ड आदमियों को मार रहा है और लोग पत्थरों से बाघ को मार रहे हैं. इस सरकार का कोई धनी-धोरी नहीं है. उन्होंने भाजपा विधायक बाल मुकुंदाचार्य को लेकर कहा कि उन्हें खुद भी सोचना चाहिए और भाजपा को भी संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए. उन्हें विधायक पद की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए.