पटना: देवताओं के शिल्पी, निर्माण और सृजन के देवता कहे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा की हर साल 17 सितंबर को पूजा की जाती है. इस मौके पर बिहार में बड़े धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा की जा रही है. बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के अलग-अलग कई स्थानों में स्थापित भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना की. प्रसाद ग्रहण कर और राज्य के सुख शांति समृद्धि की कामना की.
मुख्यमंत्री ने दी बधाईः मंगलवार को मुख्यमंत्री एक अन्ने मार्ग में की स्थापित भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा के समक्ष पूजा अर्चना की. मुख्यमंत्री ने भगवान विश्वकर्मा से राज्य की सुख शांति और समृद्धि की कामना की है. उनके साथ राज्य के आला अधिकारी भी मौजूद थे. विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर समस्त राज्यवासियों एवं देशवासियों को मुख्यमंत्री ने बधाई और शुभकामनाएं दी है.
पूजा अर्चना कर प्रसाद ग्रहण: मुख्य सचिवालय प्रांगण में स्थापित भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा, नवीन पुलिस केंद्र स्थित राज्य पुलिस परिवहन मुख्यालय में और पटना हवाई अड्डा स्थित स्टेट हैंगर में विश्वकर्मा पूजा काफी भव्य तरीके से मनायी जाती है. हर साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यहां पहुंचते हैं. मुख्यमंत्री के साथ संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, डीजीपी आलोक राज और अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे.
राज्यपाल ने पूजा की: वहीं विश्वकर्मा पूजा के मौके पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने भी राज्य पुलिस परिवहन मुख्यालय, नवीन पुलिस केन्द्र, पटना तथा राजभवन परिसर स्थित वाहन कार्यशाला में निर्माण एवं सृृजन के देवता भगवान श्री विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना की. इस मौके पर बिहारवासियों के सुख, शांति एवं समृृद्धि की प्रार्थना की.
विश्वकर्मा पूजा क्यों मनायी जाती है: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का शिल्पकार माना गया है. भगवान विश्कर्मा ब्रह्मा के सातवें पुत्र के रूप में जाने जाते हैं. इस दिन इनका जन्म हुआ था. इन्हीं की जयंती के मौके पर पूजा अर्चना का आयोजन किया जाता है. विश्वकर्मा को एक इंजीनियर के तौर भी देखा गया है. विश्कर्मा पूजा करने का विशेष महत्व है. इस दिन इंजीनियर, बढ़ई, वाहन मालिक भगवान विश्कर्मा की पूजा करते हैं.
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