जोधपुर. राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का रविवार को जोधपुर में शिक्षकों ने विरोध किया. सर्किट हाउस में शिक्षा मंत्री मुर्दाबाद के नारे लगे. शिक्षा विभाग की नीतियों को लेकर शिक्षक हाथों में तख्तियां लेकर पहुंचे थे और मौके पर जमकर मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को पुलिस ने रोकने का भी प्रयास किया. ऐसे में धक्का-मुक्की शुरू हो गई. हालांकि, जब यह प्रदर्शन हो रहा था, तब राज्य के शिक्षा मंत्री सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे.
इसको लेकर राजस्थान पंचायती राज व माध्यमिक शिक्षक संघ संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक शम्भूसिंह मेड़तिया ने बताया कि शिक्षा मंत्री निजी स्कूलों को बढ़ावा दे रहे हैं. निजी स्कूलों के विज्ञापन में उनके फोटो लग रहे हैं. इससे सरकारी विद्यालयों का मनोबल गिर रहा है.
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मेड़तिया ने बताया कि शिक्षकों को प्रवेश के लिए विद्यालय क्षेत्र के घरों में भेजा जा रहा है, लेकिन सरकार ने सरकारी विद्यालय में प्रवेश की उम्र न्यूनतम 6 वर्ष कर दी है. जबकि अभिभावक अपने बच्चों को 3 साल बाद ही स्कूल में भेजना चाहते हैं. इससे निजी स्कूलों को बढ़ावा मिल रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में नामांकन घट रहा है.
जिलाध्यक्ष जवरीलाल आर्य ने बताया कि शिक्षा विभाग की विगत चार सत्रों की बकाया डीपीसी जल्दी करने, अधिशेष शिक्षकों का समायोजन नहीं करने, नवक्रमोन्नत विद्यालयों में पद सृजित करने, 6 वर्ष से कम आयु के बालक-बालिकाओं का पहली कक्षा में प्रवेश नहीं करने के आदेश सरकार को वापस लेने चाहिए. उन्होंने कहा कि आज जो जोधपुर में हुआ है, वो आगे प्रदेश के सभी जिलों में होगा.