अजमेर: अजमेर के क्रिश्चियन गंज थाना क्षेत्र में सेवानिवृत शिक्षिका को डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने 80 लाख रुपए की रकम हड़प ली. ठगों ने शिक्षिका को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया. पीड़िता की ओर से क्रिश्चियन गंज थाने में जीरो नम्बर एफआईआर अज्ञात ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. इस मामले की जांच जयपुर एसओजी करेगी.
सीओ रुद्र शर्मा ने मंगलवार को जानकारी दी कि पंचशील निवासी उर्मिला माहेश्वरी ने किशनगंज थाने में शिकायत दी थी कि 14 नवंबर को उसके मोबाइल पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया था. उसे अज्ञात व्यक्ति ने पीड़िता से पूछा कि 25 लाख रुपए उसने कहीं जमा करवाए हैं. पीड़िता ने कॉलर को मना कर दिया. उसके बावजूद कॉलर ने पीड़िता को कहा कि आपके आधार कार्ड के माध्यम से बैंक खाते से पैसा ट्रांसफर हुआ है. अज्ञात कॉलर ने बातों में उलझते हुए पीड़िता को कहा कि यदि आपने एक नंबर में पैसा ट्रांसफर किया है तो सच-सच बता दें और अपने बैंक खाते की जानकारी भी दें.
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पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसने घबराकर अज्ञात कॉलर को अपने बैंक खाते के बारे में जानकारी दे दी. पीड़िता का आरोप है कि अज्ञात कॉलर ने अलग-अलग खातों में उसके बैंक खाते से 80 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से उससे ट्रांसफर करवाए. बाकायदा रकम ट्रांसफर करवाने के लिए अज्ञात कॉलर ने उसे वीडियो कॉल करके आरटीजीएस के बारे में सारी बातें बताईं. अज्ञात कॉलर ने पीड़िता को हमेशा वीडियो कॉल के सामने ही रहने की हिदायत दी थी. बीकानेर पुलिस को बताया कि वीडियो कॉल पर एक पुलिस अधिकारी वर्दी पहन दिखता और उसको कहता कि डरो मत हम आपके साथ हैं और आपकी उम्र को देखते हुए आपको गिरफ्तार नहीं करेंगे.
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अजमेर नॉर्थ सीओ रुद्र शर्मा ने बताया कि अज्ञात ठग उससे 80 लाख रुपए की राशि ठग चुके हैं और बैंक खाते में और राशि जमा करवाने का उस पर दबाव बना रहे थे. अज्ञात ठग उसे लगातार वीडियो कॉल करके परेशान कर रहे हैं. लिहाजा परेशान होकर उसने किशनगंज थाना पुलिस में जीरो नंबर की एफआईआर दर्ज करवाई है. शर्मा ने बताया कि पीड़िता की जीरो नम्बर की एफआईआर एसओजी को भेज दी गई है.