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छत्तीसगढ़िया किसान का भविष्य संवारने में जुटी विष्णु देव साय सरकार - Changing days for farmers - CHANGING DAYS FOR FARMERS

छत्तीसगढ़ की बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर है. धान के कटोरे में चावल की खेती सबसे ज्यादा होती है. सरकार बनने के पहले ही बीजेपी ने किसानों के लिए बड़े ऐलान कर उनका दिल जीत लिया. सरकार बनते ही किसानों को धान का बोनस बांट दिया. महंतारी वंदन योजना का पैसा समय से खाते में आने लगा. छत्तीसगढ़ का किसान जो आर्थिक बोझ तले दबा था अब मुस्कुराने लगा है. अपनी जरुरतें पूरी करने लगा है.

Government opened treasury for farmers
साय सरकार संवार रही किसानों का भविष्य (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 23, 2024, 10:20 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़िया किसानों के दिन अब तेजी से बदलने लगे हैं. कभी कर्ज और आर्थिक बोझ तले दबे किसान अब मजबूत हो रहे हैं. सरकार लगातार किसानों के हित में काम कर रही है. सरकार के आंकड़ों की मानें तो किसानों को अबतक 8.53 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज बांटा गया है. जितने बीज किसानों के बीच बांटे गए वो मांग का 87 फीसद है. कभी किसान बीज और खाद के लिए भटकते थे. साय सरकार ने साफ कर दिया है कि बीज और खाद किसानों को समय से मिलना चाहिए.

सरकार ने 8.53 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज बांटा गया: किसानों को चालू खरीफ सीजन में विभिन्न फसलों की बोनी के लिए सरकारी समितियों और निजी क्षेत्र के जरिए आसानी से बीच उपलब्ध कराए जा रहे हैं. अब तक किसानों को विभिन्न खरीफ फसलों के 8 लाख 53 हजार क्विंटल प्रमाणित बीज बांटे गए हैं, जो कि राज्य में बीज की मांग का 87 फीसदी है. राज्य में खरीफ की विभिन्न फसलों के प्रमाणित बीज की कुल मांग 9 लाख 78 हजार क्विंटल है. जबकी 9 लाख 38 हजार क्विंटल प्रमाणित बीज भण्डारण अब तक किया जा चुका है. जितनी मात्रा में बीज का भंडारन किया गया है वो मांग का 96 फीसदी है.

किसानों को लक्ष्य का 75 प्रतिशत रासायनिक खाद बांटा गया: चालू खरीफ सीजन के लिए किसानों को विभिन्न प्रकार के रासायनिक उर्वरकों का वितरण जारी है. 22 जुलाई 2024 की स्थिति में किसानों को 10 लाख 28 हजार मीट्रिक टन से अधिक उर्वरक बांटे जा चुके हैं. बांटे गए उर्वरक लक्ष्य का 75 प्रतिशत है. वितरित किए गए उर्वरक में 4 लाख 59 हजार 488 मीट्रिक टन यूरिया, 2 लाख 70 हजार 735 मीट्रिक टन डीएपी, एक लाख 25 हजार मीट्रिक टन एनपीके, 35 हजार 16 मीट्रिक टन पोटाश तथा एक लाख 28 हजार 500 मीट्रिक टन सुपर फास्फेट शामिल है.

खाद वितरण का लक्ष्य हासिल किया: चालू खरीफ सीजन के लिए राज्य में सहकारिता और निजी क्षेत्र के माध्यम से किसानों को 13 लाख 68 हजार मीट्रिक टन खाद वितरण का लक्ष्य निर्धारित है. अब तक 14 लाख 0.5 हजार मीट्रिक टन का भण्डारण करा लिया गया है. भण्डारण के साथ 10.28 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का वितरण किया जा चुका है. किसानों को सुगमता पूर्वक खाद का वितरण सोसायटी और निजी विक्रेताओं के द्वारा किया जा रहा है.

''प्रदेश में खाद-बीज की कमी नहीं हैं. किसानों के सहूलियत के मुताबिक खाद-बीज का वितरण किया जा रहा है. सरकार ने किसानों के हित के लिए पर्याप्त खाद-बीज का भण्डारण कर रखा है. किसानों को किसी बात की चिंता करने की जरुरत नहीं है. 10.28 लाख मीट्रिक टन खाद और 8.53 लाख क्विंटल बीज का भी हम वितरण कर चुके हैं. अब तक 34.45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र यानि लक्ष्य का 71 प्रतिशत बोनी प्रदेश में पूरा हो चुका है. इस खरीफ सीजन में 48.63 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य रखा गया है''. - रामविचार नेताम, कृषि मंत्री

किसानों को मिला 5590 करोड़ ऋण: मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के अधिक से अधिक किसानों को अल्पकालीन कृषि ऋण वितरण किया जा रहा है. किसानों को अब तक राज्य सहकारी बैंकों के द्वारा 2058 सहकारी समितियों के माध्यम से 5590.35 करोड़ का अल्पकालीन कृषि ऋण दिया गया है. वर्तमान समय में किसान क्रेडिट कार्ड से भी किसानों को मदद जा रही है. सरकार का उद्देश्य है कि किसान साहूकारों और सूदखोरों के चंगुल में नहीं फंसे.

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सरकार ने 8.53 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज बांटा गया: किसानों को चालू खरीफ सीजन में विभिन्न फसलों की बोनी के लिए सरकारी समितियों और निजी क्षेत्र के जरिए आसानी से बीच उपलब्ध कराए जा रहे हैं. अब तक किसानों को विभिन्न खरीफ फसलों के 8 लाख 53 हजार क्विंटल प्रमाणित बीज बांटे गए हैं, जो कि राज्य में बीज की मांग का 87 फीसदी है. राज्य में खरीफ की विभिन्न फसलों के प्रमाणित बीज की कुल मांग 9 लाख 78 हजार क्विंटल है. जबकी 9 लाख 38 हजार क्विंटल प्रमाणित बीज भण्डारण अब तक किया जा चुका है. जितनी मात्रा में बीज का भंडारन किया गया है वो मांग का 96 फीसदी है.

किसानों को लक्ष्य का 75 प्रतिशत रासायनिक खाद बांटा गया: चालू खरीफ सीजन के लिए किसानों को विभिन्न प्रकार के रासायनिक उर्वरकों का वितरण जारी है. 22 जुलाई 2024 की स्थिति में किसानों को 10 लाख 28 हजार मीट्रिक टन से अधिक उर्वरक बांटे जा चुके हैं. बांटे गए उर्वरक लक्ष्य का 75 प्रतिशत है. वितरित किए गए उर्वरक में 4 लाख 59 हजार 488 मीट्रिक टन यूरिया, 2 लाख 70 हजार 735 मीट्रिक टन डीएपी, एक लाख 25 हजार मीट्रिक टन एनपीके, 35 हजार 16 मीट्रिक टन पोटाश तथा एक लाख 28 हजार 500 मीट्रिक टन सुपर फास्फेट शामिल है.

खाद वितरण का लक्ष्य हासिल किया: चालू खरीफ सीजन के लिए राज्य में सहकारिता और निजी क्षेत्र के माध्यम से किसानों को 13 लाख 68 हजार मीट्रिक टन खाद वितरण का लक्ष्य निर्धारित है. अब तक 14 लाख 0.5 हजार मीट्रिक टन का भण्डारण करा लिया गया है. भण्डारण के साथ 10.28 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का वितरण किया जा चुका है. किसानों को सुगमता पूर्वक खाद का वितरण सोसायटी और निजी विक्रेताओं के द्वारा किया जा रहा है.

''प्रदेश में खाद-बीज की कमी नहीं हैं. किसानों के सहूलियत के मुताबिक खाद-बीज का वितरण किया जा रहा है. सरकार ने किसानों के हित के लिए पर्याप्त खाद-बीज का भण्डारण कर रखा है. किसानों को किसी बात की चिंता करने की जरुरत नहीं है. 10.28 लाख मीट्रिक टन खाद और 8.53 लाख क्विंटल बीज का भी हम वितरण कर चुके हैं. अब तक 34.45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र यानि लक्ष्य का 71 प्रतिशत बोनी प्रदेश में पूरा हो चुका है. इस खरीफ सीजन में 48.63 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य रखा गया है''. - रामविचार नेताम, कृषि मंत्री

किसानों को मिला 5590 करोड़ ऋण: मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के अधिक से अधिक किसानों को अल्पकालीन कृषि ऋण वितरण किया जा रहा है. किसानों को अब तक राज्य सहकारी बैंकों के द्वारा 2058 सहकारी समितियों के माध्यम से 5590.35 करोड़ का अल्पकालीन कृषि ऋण दिया गया है. वर्तमान समय में किसान क्रेडिट कार्ड से भी किसानों को मदद जा रही है. सरकार का उद्देश्य है कि किसान साहूकारों और सूदखोरों के चंगुल में नहीं फंसे.

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