कानपुर: स्वीडन में चल रहे गोथिया फुटबाॅल कप में कानपुर के कृष्ण अग्रवाल ने इतिहास रच दिया है. कृष्ण अग्रवाल ने गुरुवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए गोथिया फुटबॉल कप में जीत के बाद खूब तिरंगा लहराया. भारत के जीत की जानकारी जैसे ही कृष्ण के परिजनों और उनके कोच को हुई तो उन्होंने एक दूसरे मुंह मीठा करा कर ऑनलाइन शुभकामनाएं दीं. इस जीत के बाद बचपन से ही बोलने और सुनने में असमर्थ स्पेशल खिलाड़ी कृष्ण अग्रवाल अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व और ऐतिहासिक जीत के गवाह बन गए हैं.
कृष्ण के कोच सत्येंद्र सिंह यादव ने बताया कि उन्हें बेहद खुशी है कि स्वीडन में आयोजित गोथिया कप पर इंडिया स्पेशल फुटबॉल टीम ने अपना कब्जा जमाया है. उन्होंने बताया कि एक अच्छे डिफेंडर खिलाड़ी की तरह कृष्ण ने देश के 11 खिलाड़ियों में अपना स्थान पक्का करने के बाद स्वीडन में खेले गए पहले मैच में जर्मनी के खिलाफ एक गोल करके भारत को 6-0 से जीत दिलाने में काफी अहम भूमिका निभाई. इसके बाद कृष्ण ने हांगकांग के खिलाफ भी काफी शानदार प्रदर्शन किया और अपनी टीम को एक अच्छे डिफेंस के बदौलत खिताब तक पहुंचाया. वहीं, कृष्ण ने स्वीडन में डेनमार्क के खिलाफ खेले गए फाइनल में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर गोटिया कप पर कब्जा किया.
खांस अंदाज में कप लेते दिखाई दिए भारतीय स्पेशल टीम के खिलाड़ी : कृष्ण के कोच सत्येंद्र सिंह ने एक वीडियो शेयर किया है. आपको T20 वर्ल्ड कप का वो पल तो जरूर याद होगा कि किस तरह से भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा एक अलग अंदाज में वर्ल्ड कप की ट्रॉफी लेने के लिए जाते हुए दिखाई दिए थे. ठीक उसी तरह का नजारा स्वीडन में भी गुरुवार को दिखाई दिया जब भारतीय स्पेशल फुटबॉल टीम के खिलाड़ी जीत का खिताब अपने नाम करने के बाद कप लेने के लिए जाते हुए दिखाई दिए. कोच सत्येंद्र सिंह यादव ने बताया कि इंडिया स्पेशल फुटबॉल टीम ने जो ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. उसमें कृष्ण की काफी अहम भूमिका रही. सच कहूं तो यह जीत देश की जीत है.
26 जुलाई से पेरिस में ओलंपिक खेलों की शुरुआत
मेरठ : पेरिस में 26 जुलाई से ओलंपिक खेलों की शुरुआत होने जा रही है. ऐसे में पश्चिमी यूपी की खेल की नर्सरी क्रांतिधरा मेरठ जिले की तीन बेटियों पर सभी की निगाहें हैं. अपने प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाने वाली जिले की बेटियां पारुल चौधरी, अन्नू रानी और प्रियंका गोस्वामी अपना दमखम दिखाएंगी. मेरठ के क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी योगेंद्रपाल सिंह का कहना है कि मेरठ की बेटियों निश्चित ही देश के लिए पदक लेकर ही लौटेंगी.
बता दें, 3000 मीटर स्टीपल चेज और 5000 मीटर दौड़ में इकलौता गांव के किसान कृष्ण पाल सिंह की बेटी पारुल चौधरी दो इवेंट में प्रतिभाग करेंगी. पारुल ने 3000 मीटर स्टीपल चेज में अपने प्रदर्शन के आधार पर पहले ही अपना नाम पक्का क़र लिया था. 5000 मीटर दौड़ में उनका चयन विश्व रैंकिंग के आधार पर हुआ है. पारुल चौधरी ने 2023 में हुए एशियन गेम्स में 5 हजार मीटर वर्ग में स्वर्ण पदक और 3000 मीटर स्टीपल चेज में रजत पदक प्राप्त किया था.
पारुल क़े पिता कृष्णपाल सिंह ने कहा कि हर मां बाप का सपना होता है कि उनके बच्चे आगे बढ़ते रहें. पारुल के भाई राहुल ने कहा कि हम बेहद उत्साहित हैं, ज़ब ओलम्पिक में मेरठ की तीन बेटियां अपने अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगी. राहुल ने कहा कि पारुल बहुत मेहनती है.
सरधना के बहादरपुर गांव की किसान की बेटी अन्नू रानी भाला फेंक प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगी. विश्व रैंकिंग के आधार पर अन्नूरानी ने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया है. अन्नू ने एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतक़र देश का मान बढ़ाया था. अन्नू के पिता ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने शुरुआत में अपनी बेटी को खेलों में जाने से रोका था. हालांकि अन्नू खेत में जाकर गन्ने को भाला बनाकर अभ्यास किया करती थी.
माधवपुरम में रहने वाली प्रियंका गोस्वामी के पिता मदनपाल गोस्वामी ने कहा कि भगवान से यही प्रार्थना है कि जैसे उनकी बेटी ने उनका मान बढ़ाया है वैसे ही सबकी बेटियां नाम रोशन करें. प्रियंका और पारुल के कोच गौरव त्यागी का कहना है कि मेरठ की बेटियों से सभी को उम्मीद है. उन्होंने बताया कि प्रियंका गोस्वामी 20 किमी पैदल चाल में पहले ही क्वालिफाई कर चुकी हैं. इसके अलावा वह मैराथन रेस वॉक मिक्स्ड रिले इवेंट में भी भाग लेंगी. प्रियंका ने 2022 बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में 10 हजार मीटर पैदल चाल में रजत पदक जीता था. 2023 में बैंकॉक में हुई एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक, उनके नाम और भी कई उपलब्धियां हैं. प्रियंका गोस्वामी पेरिस में महिलाओं की 20 किमी रेस वॉक स्पर्धा में अकेली भारतीय एथलीट होंगी.