गोरखपुर : लूट, बलात्कार और आर्म्स एक्ट के तीन बाल अपचारी, बाल संरक्षण गृह से फरार हो गए. बाल संरक्षण गृह के जिम्मेदार इस घटना को काफी समय तक छिपाते रहे और फरार आरोपियों की तलाश उनके परिजनों से संपर्क करते रहे. इस घटना संज्ञान लेकर डीएम कृष्णा करुणेश ने मौके का दौरा किया. इसके बाद बाल संरक्षण गृह के अधिकारियों की लापरवाही की पोल खुली. डीएम ने घटना की जांच का आदेश दे दिया है.
बताया गया कि मंगलवार सुबह सूर्यकुंड स्थित राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में छत की सीढ़ी (जीने) पर लगा ताला तोड़कर तीन अपचारी फरार हो गए थे. सुबह आठ बजे घटना की जानकारी होने पर अधीक्षक ने पहले अपनी स्तर से खोजबीन शुरू की. इसके बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी. इसके बाद डीएम और एसएसपी ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली और लापरवाही के जिम्मेदार लोगों पर नकेल कसने को कहा.
जानकारी के अनुसार राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर व महराजगंज जिले के 205 बाल अपचारी निरुद्ध हैं. लूट के केस में 10 माह से निरुद्ध कैंपियरगंज, आर्म्स एक्ट में पकड़े गए चौरीचौरा व दुष्कर्म के मामले में निरुद्ध महराजगंज जिले के अपचारियों ने मंगलवार सुबह में लोहे की राड से छत की सीढ़ी पर लगा ताला तोड़ दिया और भाग गए. सुबह आठ बजे गिनती के समय बाल संरक्षण गृह के कर्मचारियों को अपचारियों के लापता होने की जानकारी हुई. इसके बाद हड़कंप मच गया. राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक ने पहले अपने से बच्चों की खोजबीन शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. इसके बाद क्षेत्रीय पुलिस की मदद से बच्चों के परिजनों से संपर्क किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद मामला डीएम कृष्णा करुणेश तक पहुंचा तो उन्होंने मौका मुकायना कर लापरवाही अधिकारियों को फटकार लगाई और जांच के आदेश दिए.
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