ग्वालियर। जैसे जैसे देश डिजिटलाइलेशन में आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे साइबर अपराधों में भी इजाफा होता जा रहा है. अब साइबर ठग झांसा देकर ओटीपी के जरिए बैंक अकाउंट खाली करने तक सीमित नहीं हैं बल्कि ऑनलाइन ठगी के नये पैंतरे अपना रहे हैं. इन दिनों कई जगह लोगों को घर बैठे गूगल रिव्यूज करने के बदले पैसा कमाने का मौका तो कहीं शेयर मार्केट के नाम पर ठगी का शिकार बना रहे हैं.
टेक्नोफ्रेंडली लोग हो रहे शिकार
देश दुनिया आज टेक्नोलॉजी पर निर्भर होती जा रही है. घर की साफ-सफाई से लेकर बैंक खातों का संचालन तक ऑनलाइन किया जा रहा है. यही वजह है की साइबर ठग भी भोले-भालों से लेकर टेक्नोफ्रेंडली लोगों तक को अपना शिकार बना लेते हैं. और अब समय के साथ-साथ इन साइबर ठगों के तरीके भी नये नये देखने को मिल रहे हैं.
व्हाट्स एप पर ऑफर करते हैं ठग पार्ट टाइम जॉब
इन दिनों लोगों को झांसा देने के नये तरीके इजाद किए जा रहे हैं. भारत में कई जगह ऐसे लोग जो मोबाइल फोन का ज़्यादा उपयोग करते हैं और पैसा कमाना चाहते हैं उन्हें आसानी से फंसाया जाता है. असल में इस फ्रॉड को अंजाम देने के लिए ठग पहले whatsapp पर एक मैसेज भेजते हैं. जिसमें बताया जाता है कि यह मैसेज किसी मार्केटिंग कंपनी की और से भेजा गया है. अलग अलग प्रतिष्ठान, होटल और रेस्तरां की रेटिंग बढ़ाने के लिए गूगल रिव्यू कर घर बैठे एक्स्ट्रा टाइम में कुछ रुपए कमाये जा सकते हैं. जुड़ने के लिए आपको टेलीग्राम ऐप पर एक रिसेपस्निस्ट से जोड़ा जाता है, यहां टास्क के तौर पर कुछ गूगल रिव्यू कराये जाते हैं और टास्क पूरा होने पर उसका स्क्रीन शॉट शेयर करना होता है. ऐसा करते ही आपके बताये बैंक अकाउंट में उस टास्क की राशि के रूप में 100 या 150 रुपए भी भेज दिये जाते हैं.
टास्क के नाम पर जमा कराते हैं पैसा
पैसा बैंक खाते में आते ही लोग झांसे में आ जाते हैं और विश्वास कर आगे के टास्क पूरे करने की हामी भरते हैं. यहीं से ठगी का खेल शुरू हो जाता है. एक दो बार पैसा बैंक खाते में आते ही लोग लालच में आने लगते हैं और इसके बाद साइबर ठग टास्क के तौर पर अलग-अलग स्लॉट में राशि जमा कराने के स्लॉट बुक करने की कहते हैं. बताया जाता है कि ये पैसा क्रिप्टोकरंसी में लगाने के नाम पर लिया जाता है जो 1 हजार रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक होता है. ये राशि भारी रिटर्न यानी मुनाफे के साथ 10 मिनट में वापस करने की बात भी कहते हैं. शुरू में ऐसा एक दो बार किया जाता है जब लोग छोटी रकम जमा कराते हैं और पैसा मुनाफे के साथ जब वापस खाते में आता है तो लोग भरोसे में आ जाते हैं. अगली बार मनी टास्क आते ही बड़ी रकम का दांव खेलते हैं लेकिन इसके बाद ठग पैसा वापस नहीं लौटाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं.
पुलिस ने लोगों से की सावधान रहने की अपील
ग्वालियर साइबर क्राइम एएसपी शियाज़ केएम के मुताबिक "इन दिनों इस तरह के साइबर फ्रॉड तेज़ी से बढ़ रहे हैं जहां पार्ट टाइम जॉब में एक्स्ट्रा पैसा कमाने का लालच देकर लोगों को ठगा जा रहा है. लोग इस बात को ध्यान में रखें कि पैसा कमाने के लिए किसी को पैसा देने की आवश्यकता नहीं होती है. इस तरह के मैसेज के जरिए किसी अनजान व्यक्ति से जुड़ने से परहेज करें क्योंकि आप भी ठगी का शिकार हो सकते हैं."
ग्वालियर के व्यापारी से साढ़े 3 करोड़ की ठगी
इसके अलावा कई बार साइबर ठग किसी वेबसाइट का लिंक भेजकर भी लोगों से ठगी करते हैं. हाल ही में ग्वालियर के एक व्यापारी को ऑनलाइन शेयर मार्केट में पैसा लगाने के एप के नाम पर लिंक भेजी गई और उसे 3.5 करोड़ रुपए का चूना ठगों ने लगा दिया. इसी तरह के कई मामले देश के अलग अलग हिस्सों में देखे गए हैं.