लातेहार: जिले में पिछले दो वर्षों से वर्षा की स्थिति अत्यंत खराब रही थी. जिस कारण पूरे जिले में खरीफ फसल काफी प्रभावित हुई थी और किसानों को भारी नुकसान सहना पड़ा था. किसानों को उम्मीद थी कि इस वर्ष अच्छी बारिश होगी जिससे उनके खेतों में धान तथा अन्य फसलों की अच्छी उपज भी होगी. हालांकि, इस वर्ष बारिश के मौसम में भी आरंभिक समय में किसानों को निराशा हाथ लगी थी.
जून और जुलाई महीने में पूरे जिले में बारिश की स्थिति अत्यंत दयनीय रही थी. बारिश नहीं होने के कारण सावन के आने के बाद भी खेतों में धान रोपनी नहीं हो पा रही थी. जिससे किसानों के चेहरे भी पीले पड़ने लगे थे. परंतु इसी बीच अगस्त के महीने में अचानक लातेहार जिले में मूसलाधार बारिश आरंभ हुई. अच्छी बारिश होने के कारण किसान एक बार फिर से उत्साहित हो गए और अपने खेतों में धान रोपनी करने उतर गए.
इस बार मौसम ने भी उनका पूरा साथ दिया, जिससे जिले में धान रोपनी 90% से अधिक हो गई. वर्तमान में जिले के अधिकांश खेतों में धान रोपनी के कारण खेतों के साथ-साथ किसानों के चेहरे पर भी हरियाली छा गई है. स्थानीय किसान कुलेश्वर सिंह और महिला किसान कांति देवी ने बताया कि वर्तमान में तो अच्छी बारिश होने से खेतों में धान रोपनी हो गई है. यदि मौसम ने साथ दिया तो अच्छी खेती भी होगी.
मक्का और दलहन का आच्छादन भी लक्ष्य के अनुरूप
इधर, इस संबंध में जानकारी देते हुए लातेहार जिला कृषि पदाधिकारी अमृतेश कुमार सिंह ने बताया कि अच्छी बारिश होने के कारण जिले में धान के साथ-साथ मक्का और दलहन फसलों का आच्छादन भी लक्ष्य के अनुरूप हुआ है. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय तक लक्ष्य के अनुसार धान की रोपनी 85% से अधिक हो गई है. वही मक्का की खेती 95% से अधिक हो गई है. इसी प्रकार दलहन फसल भी 75% से अधिक खेतों में लगाए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि आगामी दो-चार दिनों के अंदर जिले में खरीफ फसलों का आच्छादन शत प्रतिशत होने की संभावना है.
जिले में 30000 हेक्टेयर भूमि में होती है धान की खेती
लातेहार जिले में सरकारी आंकड़े के मुताबिक 30000 हेक्टेयर भूमि में धान की खेती का लक्ष्य रखा जाता है. संभावना जताई जा रही है कि इस वर्ष 20 अगस्त से पहले यह लक्ष्य पूरा हो जाएगा. इसी प्रकार मक्का का कुल लक्ष्य 19960 हेक्टेयर रखा जाता है. संभावना है कि एक-दो दिन के अंदर जिले में यह लक्ष्य पूरा हो जाएगा. पिछले दो-तीन वर्षों से मौसम की मार झेल रहे किसानों के लिए इस वर्ष बारिश वरदान बनकर आयी है. संभावना जताई जा रही है कि इस वर्ष पूरे जिले में बंपर उत्पादन होगा.
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