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सतपुड़ा में 1 अक्टूबर से देखें जन्नती पक्षी और जानवर, टाइगर रिजर्व में आई हाईटेक इको बोट - Satpura Tiger Reserve Solar Boats

नर्मदापुरम के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को एक और बड़ी उपलब्धि मिलने जा रही हैं. एमपी की पहली सौर नाव एसटीआर में चलेगी. जो नॉइस फ्री होने से पर्यटक आद्र भूमि पर होने वाल पक्षी और जानवरों को आसानी से देख सकेंगे. बता दें 1 अक्टूबर से पर्यटकों को इस सौर नाव की सुविधा मिलेगी.

NARMADAPURAM SATPURA TIGER RESERVE
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को मिली बड़ी उपलब्धि (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 19, 2024, 7:47 AM IST

Updated : Aug 19, 2024, 11:37 AM IST

नर्मदापुरम: एमपी के नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व लगातार उपलब्धियां हासिल कर रहा है. मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व स्थित तवा जलाशय को रामसर साइट घोषित होने के बाद अब पर्यटकों को साइट देखने में आसानी होगी. मध्य प्रदेश की पहली सोलर वोट अब सतपुड़ा टाइगर रिजर्व आ चुकी है और 1 अक्टूबर से पर्यटक को इसकी सुविधा मिलेगी. पर्यटक बिना आवाज नॉइन फ्री वोट के जरिए जलाशय के पास स्थित आर्द्र भूमि पर होने वाले पक्षी एवं जानवरों को आसानी से देख सकेंगे.

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को मिली सौर नाव (ETV Bharat)

1 अक्टूबर से पर्यटकों को मिलेगी नई सुविधा

दरअसल, सौर ऊर्जा चालित नाव आने से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 1 अक्टूबर से पर्यटन सीजन में पर्यटकों को इसकी सुविधा मिलेगी. पर्यावरण अनुकूल वातावरण को संतुलित बनाने और ध्वनि रहित इस वोट के जरिए बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए यह नाव सफारी एक अनुभव होगा. साथ ही पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए अब पार्क प्रबंधन मढ़ई में सौर ऊर्जा से चलने वाली नाव को चालू कर रहा है.

STR में चलेगी पहली सौर नाव

यह पहली सौर नाव है. जिसे मध्य प्रदेश में वन्यजीव सफारी या नौकायन के लिए उपयोग में लाया जाएगा. इस नाव में 12 सवारियों को एक साथ बैठाने की जगह होगी. नाव सौर ऊर्जा से चलेगी और पावर चार्जिंग द्वारा भी इसे चार्ज किया जाएगा. इतना ही नहीं सतपुड़ा वोट सफारी के लिए लोकप्रिय स्थान भी यह बनता जा रहा है. यह शोर रहित नाव मेहमानों को पक्षी विहार और वन्य जीवन देखने का नया अनुभव देगी.

प्रबंधन के अनुसार इससे भविष्य में मध्य प्रदेश में सतपुड़ा और अन्य टाइगर रिजर्व में वोट सफारी के नये आयाम स्थापित होंगे. यह परियोजना एमपी इकोटूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड, भोपाल द्वारा समर्थित है. सक्रिय वन्यजीव प्रबंधन प्रथाओं में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में अपनाई गई एक नई पहल है.

रामसर साइट में एसटीआर शामिल

एसटीआर के मुताबिक रामसर साइट एक आर्द्रभूमि साइट है. जिसे रामसर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के तहत अंतर्राष्ट्रीय महत्व के लिए नामित किया गया है. अंतर्राष्ट्रीय महत्व के आर्द्र भूमियों की पहचान के मानदंडों को पूरा करने वाले अद्वितीय सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और मनोरंजक मूल्यों को यह मान्यता दी जाती है. पार्क ने 2 साल पहले इस प्रतिष्ठित पदनाम के लिए दस्तावेज जमा किए थे. संबंधित निकाय द्वारा उचित परिश्रम के बाद, यह सम्मान तवा जलाशय को दिया गया है. जो राज्य में 5वीं ऐसी साइट बन गई है.

Satpura Tiger Reserve Solar Boats
सतपुड़ा रिजर्व को मिली पहली सौर नाव (ETV Bharat)

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान मध्य भारत में स्थित है. जहां मध्यम मौसम रहता है. मार्च से जून तक गर्मी का मौसम रहता है और इस दौरान सुबह के समय तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और दिन में 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. मई और जून के महीने गर्म हवाओं के साथ गर्मी चरम पर रहती है, लेकिन ऊपरी क्षेत्रों में तापमान कम रहता है. जुलाई महीने में मॉनसून आता है और सितंबर या अक्टूबर महीनों तक रहता है. इस क्षेत्र में औसत वर्षा लगभग 1300-1700 मिमी है.

देनवा नदी पार्क का मुख्य जल स्रोत है और इस नदी पर तवा बांध बनाया गया है. इसका बड़ा जल ग्रहण क्षेत्र राष्ट्रीय उद्यान की जलवायु स्थिति को प्रभावित करता है. नवंबर से फरवरी तक सर्दी का मौसम रहता है, जिसके दौरान पचमढ़ी पठार के आसपास सुबह के समय तापमान 4 डिग्री सेल्सियस और दिन में 15 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है.

एमपी की पहली सोलर वोट

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि 'यह सोलर बोर्ड मध्य प्रदेश में पहली वोट है. जिसे एसटीआर में लाया गया है, उन्होंने बताया कि इसमें 12 सवारियां एक साथ बैठ सकती हैं. इसे मढ़ई में खड़ा किया गया है. 1 अक्टूबर से इसकी सुविधा पर्यटकों को मिलेगी. उन्होंने बताया कि सतपुड़ा टाइगर टाइगर रिजर्व के तवा जलाशय को रामसर साइट घोषित होने से इस वोट का लाभ भी मिलेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि नॉइस फ्री होने के चलते पर्यटक नदी के रास्ते वन्य प्राणी एवं पक्षियों को नजदीक से देख सकते हैं.

यहां पढ़ें...

मध्य प्रदेश का तवा जलाशय भी रामसर साइट घोषित, 5 हुई इनकी संख्या, जानिए क्या है रामसर साइट

छिंदवाड़ा से भी सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में मिलेगी एंट्री, टूरिस्ट ले सकेंगे बफर में सफर का मजा

उन्होंने बताया डीजल वोट होने के कारण उसमें आवाज अधिक आती है. इस कारण से पर्यटक नदी के रास्ते पर्यटन का लुत्फ नहीं उठा पाते थे. अब सोर ऊर्जा के चलित वोट से नदी के रास्ते नजदीक से वन्य प्राणी एवं वन्य संरक्षण को आसानी से देख सकेंगे.

नर्मदापुरम: एमपी के नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व लगातार उपलब्धियां हासिल कर रहा है. मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व स्थित तवा जलाशय को रामसर साइट घोषित होने के बाद अब पर्यटकों को साइट देखने में आसानी होगी. मध्य प्रदेश की पहली सोलर वोट अब सतपुड़ा टाइगर रिजर्व आ चुकी है और 1 अक्टूबर से पर्यटक को इसकी सुविधा मिलेगी. पर्यटक बिना आवाज नॉइन फ्री वोट के जरिए जलाशय के पास स्थित आर्द्र भूमि पर होने वाले पक्षी एवं जानवरों को आसानी से देख सकेंगे.

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को मिली सौर नाव (ETV Bharat)

1 अक्टूबर से पर्यटकों को मिलेगी नई सुविधा

दरअसल, सौर ऊर्जा चालित नाव आने से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 1 अक्टूबर से पर्यटन सीजन में पर्यटकों को इसकी सुविधा मिलेगी. पर्यावरण अनुकूल वातावरण को संतुलित बनाने और ध्वनि रहित इस वोट के जरिए बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए यह नाव सफारी एक अनुभव होगा. साथ ही पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए अब पार्क प्रबंधन मढ़ई में सौर ऊर्जा से चलने वाली नाव को चालू कर रहा है.

STR में चलेगी पहली सौर नाव

यह पहली सौर नाव है. जिसे मध्य प्रदेश में वन्यजीव सफारी या नौकायन के लिए उपयोग में लाया जाएगा. इस नाव में 12 सवारियों को एक साथ बैठाने की जगह होगी. नाव सौर ऊर्जा से चलेगी और पावर चार्जिंग द्वारा भी इसे चार्ज किया जाएगा. इतना ही नहीं सतपुड़ा वोट सफारी के लिए लोकप्रिय स्थान भी यह बनता जा रहा है. यह शोर रहित नाव मेहमानों को पक्षी विहार और वन्य जीवन देखने का नया अनुभव देगी.

प्रबंधन के अनुसार इससे भविष्य में मध्य प्रदेश में सतपुड़ा और अन्य टाइगर रिजर्व में वोट सफारी के नये आयाम स्थापित होंगे. यह परियोजना एमपी इकोटूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड, भोपाल द्वारा समर्थित है. सक्रिय वन्यजीव प्रबंधन प्रथाओं में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में अपनाई गई एक नई पहल है.

रामसर साइट में एसटीआर शामिल

एसटीआर के मुताबिक रामसर साइट एक आर्द्रभूमि साइट है. जिसे रामसर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के तहत अंतर्राष्ट्रीय महत्व के लिए नामित किया गया है. अंतर्राष्ट्रीय महत्व के आर्द्र भूमियों की पहचान के मानदंडों को पूरा करने वाले अद्वितीय सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और मनोरंजक मूल्यों को यह मान्यता दी जाती है. पार्क ने 2 साल पहले इस प्रतिष्ठित पदनाम के लिए दस्तावेज जमा किए थे. संबंधित निकाय द्वारा उचित परिश्रम के बाद, यह सम्मान तवा जलाशय को दिया गया है. जो राज्य में 5वीं ऐसी साइट बन गई है.

Satpura Tiger Reserve Solar Boats
सतपुड़ा रिजर्व को मिली पहली सौर नाव (ETV Bharat)

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान मध्य भारत में स्थित है. जहां मध्यम मौसम रहता है. मार्च से जून तक गर्मी का मौसम रहता है और इस दौरान सुबह के समय तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और दिन में 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. मई और जून के महीने गर्म हवाओं के साथ गर्मी चरम पर रहती है, लेकिन ऊपरी क्षेत्रों में तापमान कम रहता है. जुलाई महीने में मॉनसून आता है और सितंबर या अक्टूबर महीनों तक रहता है. इस क्षेत्र में औसत वर्षा लगभग 1300-1700 मिमी है.

देनवा नदी पार्क का मुख्य जल स्रोत है और इस नदी पर तवा बांध बनाया गया है. इसका बड़ा जल ग्रहण क्षेत्र राष्ट्रीय उद्यान की जलवायु स्थिति को प्रभावित करता है. नवंबर से फरवरी तक सर्दी का मौसम रहता है, जिसके दौरान पचमढ़ी पठार के आसपास सुबह के समय तापमान 4 डिग्री सेल्सियस और दिन में 15 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है.

एमपी की पहली सोलर वोट

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि 'यह सोलर बोर्ड मध्य प्रदेश में पहली वोट है. जिसे एसटीआर में लाया गया है, उन्होंने बताया कि इसमें 12 सवारियां एक साथ बैठ सकती हैं. इसे मढ़ई में खड़ा किया गया है. 1 अक्टूबर से इसकी सुविधा पर्यटकों को मिलेगी. उन्होंने बताया कि सतपुड़ा टाइगर टाइगर रिजर्व के तवा जलाशय को रामसर साइट घोषित होने से इस वोट का लाभ भी मिलेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि नॉइस फ्री होने के चलते पर्यटक नदी के रास्ते वन्य प्राणी एवं पक्षियों को नजदीक से देख सकते हैं.

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उन्होंने बताया डीजल वोट होने के कारण उसमें आवाज अधिक आती है. इस कारण से पर्यटक नदी के रास्ते पर्यटन का लुत्फ नहीं उठा पाते थे. अब सोर ऊर्जा के चलित वोट से नदी के रास्ते नजदीक से वन्य प्राणी एवं वन्य संरक्षण को आसानी से देख सकेंगे.

Last Updated : Aug 19, 2024, 11:37 AM IST
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