रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के बारहवें दिन गोमर्डा अभयारण्य में हुए बाघ की मौत पर बवाल मचा. वनमंत्री केदार कश्यप ने इस मामले में जवाब दिया था.जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने वनमंत्री केदार कश्यप को घेरा.डॉ चरणदास महंत ने वनमंत्री केदार कश्यप के न्यायिक जांच होने की बात को काटा.डॉ चरणदास महंत ने वनमंत्री को चेताया और कहा कि आपके विभाग के लोगों ने आपसे सदन में झूठ बुलवाया है.इसलिए आप गलत जानकारी देने को लेकर खेद व्यक्त कर दीजिए. डाॅ.महंत के सवालों पर वनमंत्री केदार कश्यप ने फिर अपनी दलीलें पेश की.जिस पर महंत असंतुष्ट नजर आए.इसके बाद जब वनमंत्री की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं आया तो महंत ने अंत में यहां तक कह दिया कि मुझे बेवकूफ बनाने की कोशिश मत करिये……मैंने भी किताब पढ़ा है.इसलिए मुझे जांच के विषय में नियमों की जानकारी अच्छे से पता है.
वन मंत्री को डॉ महंत ने घेरा : गोमर्डा अभयारण्य में हुए बाघ की मौत मामले पर न्यायिक जांच किए जाने के मुद्दे पर सवाल उठा.डॉ चरणदास महंत ने बाघ की मौत पर न्यायिक जांच का आदेश दिखाने की मांग की. वन मंत्री केदार कश्यप ने महंत के सवाल पर जवाब दिया.वन मंत्री ने कहा कि बाघ की मौत के मामले में वन विभाग ने कार्रवाई की है. क्रिमिनल केस के तहत कार्रवाई करने के बाद नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. वन मंत्री के इस सवाल पर डाॅ.महंत ने दोबारा सवाल उठाते हुए कहा कि पिछली बार पूछे गए इसी सवाल पर मंत्रीजी ने मुझे न्यायिक जांच चलने की बात कहकर बैठा दिया था.लेकिन अब मुझे उस जांच के आदेश की कॉपी दिखाईए.
न्यायिक जांच आदेश की कॉपी दिखा दीजिए बस : डॉ महंत ने वनमंत्री से न्यायिक जांच के आदेश की काॅपी दिखाने की मांग की. महंत ने आरोप लगाया कि बाघ की मौत के मामले में विभाग ने गलत जानकारी वन मंत्री को दी है. जिससे सदन में गलत जानकारी पेश किया गया. महंत ने बाघ की मौत पर नयायिक जांच की गलत जानकारी देने के मामले में सदन में खेद व्यक्त कर माफी मांगने की बात की.लेकिन केदार कश्यप ने हर बार वनविभाग की कार्रवाई की दलील दी. वन मंत्री के सवाल से असंतुष्ट होने के बाद डाॅ. चरणदास महंत ने कैमरे से बाघों की ट्रैकिंग का सवाल उठाया और फिर वन मंत्री को घेरा
ट्रैकिंग पर फिर घिरे वन मंत्री : वन मंत्री केदार कश्यप ने सदन को बताया कि 12 से अधिक कैमरों की मदद से बाघों की ट्रैकिंग की जा रही है. तभी वन मंत्री के जवाब पर पर डाॅ.महंत ने कहा कि ट्रैप कैमरों से बाघों और वन्य जीवों की गणना की जाती है,फोटोग्राफी होती है. ट्रैप कैमरा से बाघों की ट्रैकिंग नहीं की जा सकती है. ये किताब आपके विभाग वालों को दिखा देता हूं….मैं पढ़कर आया हूं मुझे बेवकूफ बनाने की कोशिश मत करिये. मैं तो कहता हूं मुझे सिर्फ न्यायिक जांच का आदेश दिखा दिजिये बस ?
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डाॅ.महंत के सवाल के दौरान वनमंत्री केदार कश्यप के पास कोई भी ठोस जवाब नहीं था. इसके बाद अंत में विधानसभा अध्यक्ष डाॅ.रमन सिंह ने सवाल जवाब में हस्तक्षेप करते हुए वनमंत्री को जवाब सुधार लेने का सुझाव दिया.