रायपुर: इस साल पुष्य नक्षत्र 19 और 20 मार्च को होगा. 20 मार्च को आमलकी एकादशी भी है. ये नक्षत्र कई मामलों में शुभ माना जाता है. पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा और मंगल कारक कहा गया है. इसमें खरीदारी और मांगलिक कार्य करना शुभ फल देते हैं.
कई लोग इस दिन करते हैं शुभ कार्यों की शुरुआत: इस बारे में ईटीवी भारत ने पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी से बातचीत की. उन्होंने बताया कि, "हिंदू धर्म और वेद पुराणों में इस नक्षत्र को अति शुभ और फलदाई बताया गया है. पुष्य नक्षत्र हर महीने आता है, जो खरीदारी निवेश और बड़े व्यापारिक लेन-देन के लिए शुभ है. कई लोग नये कार्यों की शुरुआत के लिए पुष्य नक्षत्र का इंतजार करते हैं. मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र में मांगलिक कार्य जैसे सोना-चांदी, वाहन, संपत्ति आदि की खरीदारी करने से मां लक्ष्मी की कृपा साल भर बनी रहती है. पुष्य नक्षत्र में शुरू किए गए कई तरह के कार्य पुष्टिदायक और सर्वार्थ सिद्ध होते हैं."
जानिए कब से कब तक है पुष्य नक्षत्र: मार्च के महीने में 19 और 20 मार्च को पुष्य नक्षत्र पड़ रहा है. इसके साथ ही 20 मार्च को आमलकी एकादशी भी है. ये दो दिन पुष्य नक्षत्र के साक्षी रहेंगे. इस नक्षत्र के दौरान गृह प्रवेश, सगाई, मुंडन, नए व्यापार की शुरुआत करने से कई गुना सफलता प्राप्त होती है. हिंदू पंचांग के अनुसार मार्च के महीने में पुष्य नक्षत्र की शुरुआत 19 मार्च 2024 को रात्रि 8:10 से होगी और इसका समापन 20 मार्च 2024 को रात्रि 10:38 पर होगा.
जरूर करें ये खास काम: पुष्य नक्षत्र में कुछ खास ऐसे काम हैं, जो करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. इस दिन कई लोग नए कार्य की शुरुआत करते हैं. नए काम शुरू करना इस दिन उत्तम माना गया है. शास्त्रों के अनुसार यह नक्षत्र स्थाई होता है, इसलिए इस नक्षत्र में खरीदी गई कोई भी वस्तु स्थाई तौर पर सुख समृद्धि प्रदान करती है. धार्मिक अनुष्ठानों के लिए इस योग का चयन श्रेष्ठ माना गया है. हालांकि पुष्य नक्षत्र में विवाह करना वर्जित माना गया है. इस नक्षत्र के दौरान विवाह या समस्त मांगलिक कार्य के लिए खरीदी करना जैसे सोना-चांदी, वाहन, भूमि, मकान आदि खरीदना बेहद शुभ बताया गया है. पुष्य नक्षत्र के दौरान विद्या आरंभ करने से बच्चे की बुद्धि और उनके करियर में प्रगति होती है.