हजारीबागः झारखंड के हजारीबाग जिला की रामनवमी बेहद खास है. जहां राम भक्त 3 दिनों तक अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्म उत्सव मनाते हैं. इस वर्ष आर्ष कन्या गुरुकुल में पढ़ने वाले विद्यार्थी अपना कौशल रामनवमी जुलूस में दिखाएंगे.
इसको लेकर गुरुकुल में तैयारी भी जोर-शोर से चल रही है. विद्यार्थियों को अस्त्र-शस्त्र चलाना, जिसमें लाठी भांजना और तलवार चलाना समेत अन्य विधाओं की जानकारी दी जा रही है. गुरुकुल के आचार्य भी कहते हैं कि यह अस्त्र-शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण नहीं है बल्कि छात्राएं खुद को आत्मनिर्भर और आत्म सुरक्षित कर सके इसका प्रशिक्षण है. इसके अलावा छात्र छात्राओं का ये दल रामनवमी के जुलूस में अपनी कला का भी प्रदर्शन करेंगे.
गुरुकुल में पढ़ने वाली छात्राएं भी कहती हैं कि वो रामनवमी की तैयारी में जुटी हुई हैं. रामनवमी में आमतौर पर युवक शक्ति प्रदर्शन करते हुए तलवार और लाठी चलाते हैं. ऐसे में युवतियां भी पीछे क्यों रहे. इसे देखते हुए गुरुकुल परिसर में ही एक सप्ताह से हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. छात्राएं भी प्रशिक्षण पाकर बेहद खुश हैं और कह रही हैं कि यह राम नगरी है, जहां बच्चे-बच्चे की रगों में राम भक्ति बहती है. ये जोश और उत्साह रामनवमी जुलूस के दिन दिखेगी.
हजारीबाग के समाजसेवी बटेश्वर मेहता भी छात्राओं के हथियार चलाने के कौशल को देखकर दंग रह गये. उन्होंने कहा कि गुरुकुल जिस उद्देश्य से शुरू किया गया है वह अब पूरा होता हुआ दिख रहा है. यहां की बच्चियां हर विद्या में निपुण हैं. हजारीबाग की रामनवमी को ऐसे ही इंटरनेशनल नहीं कहा जाता है. जहां बच्चियां भी राम भक्ति में गोता लगाती हैं और अपनी शक्ति और कला प्रदर्शन करते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्म उत्सव मनाती हैं.
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