धौलपुर. राजाखेड़ा में चंबल घाट पर मंगलवार सुबह एक 3 वर्षीय बालिका की संदिग्ध रूप में शव मिलने के मामले में नया खुलासा हुआ है. पुलिस को इस मामले में बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने इस हैवानियत को अंजाम देने वाले मासूम के ही परिवार के दो बालकों को निरुद्ध किया है. इसके साथ ही साक्ष्यों को छिपाने के आरोप में दो अन्य रिश्तेदारों को भी डिटेन किया गया है. एसपी सुमित मेहरडा ने बताया कि बच्ची का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया था, जिसमें हत्या से पहले सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि परिवार के ही दो बालकों ने मासूम से दुष्कर्म किया था. मामले की जांच जारी है. एसपी ने बताया कि मासूम बालिका के साथ उसके नजदीकी रिश्तेदारों ने ही गैंगरेप की घटना को अंजाम देने के बाद सीमेंटेड ईटों से उसकी हत्या कर दी थी. इसके बाद मृतक मासूम की डेड बॉडी को नाबालिगों के परिजनों ने चंबल नदी में बहा दिया था.
एसपी ने बताया कि पुलिस को मंगलवार सुबह मुखबिर द्वारा नदी में एक बालिका के शव को बहाने की जानकारी मिली थी. सूचना पर मौके पर पहुंची राजाखेड़ा थाना पुलिस ने बालिका के शव को नदी से निकालकर अपने कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया, जहां पुलिस ने मृतक बालिका के परिजनों की मौजूदगी में शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया. पुलिस को प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हुआ. राजाखेड़ा थानाधिकारी वीर सिंह ने बताया कि मृतक बालिका की मां ने हत्या को लेकर राजाखेड़ा थाने पर मुकदमा दर्ज कराया था.
बकरियां चराने के बहाने ले गए थे मासूम को : मासूम की मां ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वह 20 मई की शाम 5 बजे गांव के एक बुजुर्ग को गेहूं देने के लिए गई थी. इस दौरान शाम के समय उसके जेठ के दोनों लड़के बकरियां चराने के बहाने बालिका को अपने साथ ले गए. रात 8 बजे बेटी का शव नए स्कूल के पास बीहड़ में मिला. महिला ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट मे आरोप लगाया कि इस दौरान तीन जेठों ने अपराध को छिपाने के लिए रात में ही बेटी के शव को पानी में बहा दिया, जिसकी खबर उसे सुबह मिली. इसके बाद महिला ने पुलिस चौकी को घटना की सूचना दी.