चूरू : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर पूरे देशभर के डॉक्टर्स आंदोलनरत हैं. वहीं, रविवार को राजस्थान के चूरू से एक ताजा मामला सामने आया. यहां सरकारी अस्पताल में एक युवती से छेड़छाड़ की गई. इससे आहत होकर पीड़िता ने खुदकुशी करने की कोशिश की. हालात गंभीर होने पर उसे आनन-फानन में राजकीय भरतिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना की सूचना के बाद अस्पताल पहुंची दूधवाखारा थाना पुलिस ने उपचाराधीन युवती का पर्चा बयान लेकर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. वहीं, पीड़िता ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के नर्सिंग इंचार्ज पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है.
इस पूरे मामले को लेकर डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि अस्पताल में उपचाराधीन दूधवाखारा थाना क्षेत्र की युवती ने दर्ज प्रकरण में बताया कि वो जीडीए की छात्रा है. उसकी सरकारी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ट्रेनिंग चल रही है. वो 15 अगस्त को ट्रेनिंग के लिए अस्पताल आई थी. उसी दौरान इमरजेंसी वार्ड के नर्सिंग इंचार्ज ने उसे दूसरी मंजिल पर बने स्टोर से सामान लाने की बात कहकर अपने साथ ले गया, जहां उसने उसके साथ जबरदस्ती छेड़छाड़ की. पीड़िता के पर्चा बयान के आधार पर पुलिस ने एससी-एसटी व छेड़छाड़ की संगीन धाराओं में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
नगर परिषद की सभापति पहुंची अस्पताल : नगर परिषद की सभापति पायल सैनी भी घटना की सूचना के बाद अस्पताल पहुंची, जहां उन्होंने उपचाररत पीड़िता से मुलाकात की. वहीं, पीड़िता से मिलने के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुई सभापति ने कहा कि एक तरफ कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल की ममता सरकार को घेर रही है तो दूसरी तरफ भाजपा शासित राज्य में भी बेटियों के साथ अस्पताल में दुर्व्यवहार जैसी घिनौनी घटना हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते पुलिस और प्रशासन ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया तो कांग्रेस इस मामले को लेकर सड़क पर उतरेगी.