गिरिडीह: जिले के 6 विधानसभा सीट में से चार विधानसभा सीट कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में आता है. इन चार विधानसभा सीट में से तीन विधानसभा क्षेत्र बिहार के बॉर्डर से सटा हुआ है. जो इलाका बिहार से सटा हुआ है वह नक्सल प्रभावित क्षेत्र है इस इलाके में शांतिपूर्ण मतदान कराना पुलिस के लिए हमेशा से ही चुनौती रही है. इस चुनौती को देखते हुए गिरिडीह प्रशासन अभी से ही अलर्ट मोड में है.
जिले के पुलिस कप्तान बिहार के बॉर्डर इलाके में अवस्थित बूथों का निरीक्षण कर रहे हैं. इसी कड़ी में एसपी दीपक कुमार शर्मा मंगलवार को उग्रवाद प्रभावित थानसिंगडीह, मुखबली, गंजवापेसरा, लोकाय नयनपुर, समेत कई गांव में पहुंचे और यहां के बूथों का जायजा लिया. एसपी के साथ खोरी महुआ के एसडीपीओ नीरज कुमार सिंह, मुख्यालय डीएसपी सह एएसपी कौसर अली, इंस्पेक्टर पास्कल टोप्पो के अलावा लोकाय, तिसरी और थानसिंगडीह के प्रभारी मौजूद थे.
निरीक्षण के क्रम में एसपी ने यहां की भौगोलिक स्थिति की जानकारी ली साथ ही साथ यह पूछा कि मतदान के समय कितने मतदाता यहां पहुंचते हैं. इसके अलावा इलाके में अपराधी, नक्सलियों की गतिविधि के संदर्भ में भी एसपी ने जानकारी लेते हुए कई आवश्यक निर्देश मौजूद एसडीपीओ और थाना प्रभारी को दिया. इस दौरान चुनाव के दरमियान इलाके में तैनात होने वाले जवानों की सुविधा को लेकर भी दिशा निर्देश दिए.
इंटर स्टेट चेकपोस्ट का भी लिया जायजा
एसपी इंटर स्टेट चेक पोस्ट पर पहुंचे यहां पर गिरिडीह के सीमा पर तैनात पुलिस पदाधिकारी व जवानों से बात की और यह भी कहा कि किसी भी हाल में किसी प्रकार का गैर कानूनी सामान ना उधर से आना चाहिए ना इधर से जाना चाहिए. एसपी ने एसडीपीओ और थानेदार को यह भी कहा कि जो भी अपराधी व नक्सली इलाके में सक्रिय है उसकी पूरी जन्म कुंडली को खंगालते हुए रिपोर्ट मुख्यालय को सुपुर्द करें.
एसपी ने कहा कि भयमुक्त माहौल में मतदान करवाना है. ऐसे में जनता के बीच जाकर मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है. यहां फिर से बता दें कि गिरिडीह व जमुई का बॉर्डर इलाका नक्सलियों के प्रभाव वाला रहा है इस इलाके में नक्सली आए दिन एक तरफ घटना कर दूसरी तरफ दाखिल होते रहे हैं. हालांकि हाल के कुछ वर्षों में नक्सलियों की गतिविधि पर पुलिस व अर्ध सैनिक बलों ने लगाम लगाई है.
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