गिरिडीहः पचम्बा थाना इलाके के अलकापुरी निवासी अनिल यादव की निर्ममतापूर्वक हुई हत्या और फिर हत्याकांड में सरकारी कर्मी बैजू रविदास के कबूलनामा ने शहर के लोगों को अंदर से हिलाकर रख दिया है. बैजू ने गिरफ्तारी के बाद जो बात पुलिस को बतायी है उसे न तो पुलिसकर्मी पचा पा रहे हैं और न ही शहरवासी. यही कारण है कि हत्याकांड के छिपे हुए राज को सामने लाने का प्रयास गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा की टीम कर रही है. यही कारण है कि दीपक शर्मा द्वारा गठित विशेष जांच दल ने न्यायालय से बैजू रविदास की रिमांड की अपील की और अदालत ने 48 घंटे का रिमांड भी दे दिया.
दामाद - भांजा समेत चार से पूछताछ
एक तरफ बैजू रिमांड पर है तो दूसरी बैजू का दारोगा दामाद राजकुमार ( वायरलेस सब इंस्पेक्टर ) भांजा विक्रम के अलावा पप्पू नामक युवक को शक के आधार पर पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले रखा है. राजकुमार को देवघर से लाने की बात कही जा रही है. बैजू के घर में काम करने वाली नौकरानी को भी पूछताछ के लिए पीरटांड थाना बुलाया गया है.
कभी अलग अलग - तो कभी साथ में पूछे गए सवाल
सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार बैजू के अलावा इन चारों से एसपी दीपक की टीम ने कभी अलग - अलग तो कभी एक साथ बैठाकर पूछताछ की. ससुर ( बैजू ) और दामाद ( राजकुमार ) को भी आमने - सामने बैठाकर घंटों पूछताछ होती रही. प्रारंभिक पूछताछ में बैजू अपने बयान पर कायम है. हालांकि नौकरानी, राजकुमार के साथ साथ विक्रम और पप्पू से अनिल के संदर्भ में कुछ विशेष जानकारी मिली है. इस कांड में मंगलवार का दिन काफी अहम है और आज कुछ महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को मिल सकती है.
सिलसिलेवार ढंग से जांच कर रही है पुलिस
बता दें कि 6 अगस्त को पीरटांड के पालगंज-खेताडाबर मार्ग पर एक प्लास्टिक से बंधी लाश मिली थी. देर शाम मृतक की पहचान अनिल यादव के रूप में हुई. इसी बीच जांच के लिए पुलिस की टीम का गठन हुए. टीम में मुफस्सिल थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर श्याम किशोर महतो, नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर शैलेश प्रसाद, पचम्बा इंस्पेक्टर मंटू कुमार, पीरटांड थाना प्रभारी गौतम कुमार, बेंगाबाद थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह के अलावा कई पदाधिकारी को शामिल किया गया. इस टीम का नेतृत्व एसडीपीओ सुमित कुमार कर रहे हैं. टीम ने चंद घंटों में ही कांड का खुलासा कर लिया. हत्या के आरोपी सरिया प्रखंड के बड़ा बाबू बैजू रविदास को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही हत्या में प्रयुक्त हथियार और कार भी बरामद कर लिया गया.
आरोपी से पूछताछ, कबूलनामा और पुलिसिया जांच
पूछताछ में आरोपी बैजू ने हत्या की बात कबूली. उसने पूरी घटना को अकेले ही अंजाम देने की बात कही. इसके बाद भी पुलिसिया जांच जारी है. फॉरेंसिक टीम ने गिरिडीह पहुंचकर उसके घर में जांच की. फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट ने भी वहां पहुंचकर कई सबूत जमा किए.
सीसीटीवी फूटेज भी पुलिस ने खंगाला
पुलिस हत्याकांड की जांच के दौरान वैज्ञानिक तरीके सबूत जुटा रही है. वहीं टेक्निकल टीम सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डिटेल खंगाल रही है. हत्या वाले दिन होने वाली गतिविधियां सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई, उसे बारीकी से छान रही है पुलिस. बताया जा रहा है कि इस दौरान कई अहम सुराग मिले हैं.
बैजू के कबूलनामे पर पुलिस को शक
आरोपी बैजू ने पूछताछ में जो बयान दिया है, उसे पुलिस पचा नहीं पा रही है. पुलिस को बार-बार यही खटक रहा है कि एक 56 साल का शख्स किसी हट्टे-कट्ठे युवक की अकेले कैसे हत्या कर सकता है. कैसे वो हत्या के बाद अकेले ही उसे रस्सी में बांधकर, कार में डालकर ठिकाने लगा सकता है. पुलिस का मानना है कि इतना कुछ अकेले संभव नहीं है.
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