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कांटा घर मामले की जांच के लिए पहुंचे डीटीओ तो मिली झाड़ियां और लटका हुआ ताला, जानें क्या है पूरा विवाद - Kanta Ghar case in Giridih

DTO Investigated Kanta Ghar Case. नेशनल हाइवे में टोल के समीप बनाया गया कांटा घर बंद रहता है. इससे हो रही परेशानी को लेकर जिला प्रशासन और एनएचएआई आमने सामने आ गए हैं. जिलाधिकारी के निर्देश पर गिरिडीह डीटीओ ने मामले की जांच की, जिसमें शिकायत सही मिली है.

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डीटीओ शैलेश प्रियदर्शी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 1, 2024, 7:24 PM IST

Updated : Aug 2, 2024, 6:37 AM IST

गिरिडीह: दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाइवे के कुलगो में अवस्थित नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कांटा घर को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. विवाद सड़क सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित की गई बैठक के बाद खड़ा हुआ. दरअसल, नेशनल हाइवे पर ओवरलोडेड मालवाहक को पकड़ने के बाद उसका वास्तविक वजन करवाने में जिला परिवहन पदाधिकारी और मोटर यान निरीक्षक को काफी परेशानी हो रही थी. यह परेशानी कुलगो टॉल प्लाजा के पास एनएचएआई द्वारा बनाए गए कांटा घर के बंद रहने की वजह से उत्पन्न हो रही थी.

मामले को लेकर पूछताछ करते डीटीओ (ETV BHARAT)

बुधवार को जिला समाहरणालय के सभा कक्ष में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई. बैठक में कुलगो में बंद पड़े कांटा घर का मामला उठाया गया. डीटीओ शैलेश प्रियदर्शी ने बैठक में मौजूद एनएचएआई के प्रतिनिधि के समक्ष इस समस्या को रखते हुए कहा कि कांटा घर को खुला रखा जाए. डीटीओ के इस सवाल पर एनएचएआई के प्रतिनिधि ने कहा कि कुलगो में कांटा घर चौबीसों घंटे चलता रहता है.

डीटीओ के निरीक्षण में सही मिली शिकायत

एनएचएआई के प्रतिनिधि के इस कथन के बाद गुरुवार की शाम को जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश प्रियदर्शी खुद ही कुलगो आ पहुंचे. जहां टॉल प्लाजा के समीप स्थित कांटा घर का निरीक्षण किया तो देखा कि कांटा घर बंद पड़ा है. जगह-जगह झाड़ियां उग गई हैं, तो वहीं दरवाजे पर ताला लटका हुआ है, जिसपर जंग लगा हुआ है. ऐसे में बैठक में पहुंचे प्रतिनिधि को इसकी सूचना दी गई. थोड़ी देर बाद आलोक चौहान नाम का एक अभियंता वहां पहुंचे. आलोक ने खुद को डीबीएल कम्पनी का सहायक अभियंता बताया. यह भी बताया कि कांटा घर एनएचएआई ने बनाया जरूर है लेकिन इसके संचालन की जिम्मेदारी टोल लेने वाली एजेंसी की है. उन्होंने कहा कि इस मसले का हल निकाला जाएगा.

क्या कहते हैं डीटीओ

डीटीओ ने कहा कि नेशनल हाइवे पर वाहनों की जांच के दरमियान वजन करने के लिए कांटा घर को संचालित रहना जरूरी है. एनएचएआई ने कांटा घर बनाया जरूर है लेकिन इसे बंद रखा गया है. साथ ही जिला प्रशासन को गलत रिपोर्ट देते हुए गुमराह किया गया. इस मामले की पूरी सच्चाई के साथ जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा.

ये भी पढ़ें: कांवड़ियों से भरी बस गिरिडीह में पलटी, बाबाधाम से लौट रहे थे रांची

ये भी पढ़ें: कठिन होती जा रही है बैंकिंग सेवा, ऑफिसर्स एसोसिएशन ने लिया हर परिस्थिति से निपटने का संकल्प

गिरिडीह: दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाइवे के कुलगो में अवस्थित नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कांटा घर को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. विवाद सड़क सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित की गई बैठक के बाद खड़ा हुआ. दरअसल, नेशनल हाइवे पर ओवरलोडेड मालवाहक को पकड़ने के बाद उसका वास्तविक वजन करवाने में जिला परिवहन पदाधिकारी और मोटर यान निरीक्षक को काफी परेशानी हो रही थी. यह परेशानी कुलगो टॉल प्लाजा के पास एनएचएआई द्वारा बनाए गए कांटा घर के बंद रहने की वजह से उत्पन्न हो रही थी.

मामले को लेकर पूछताछ करते डीटीओ (ETV BHARAT)

बुधवार को जिला समाहरणालय के सभा कक्ष में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई. बैठक में कुलगो में बंद पड़े कांटा घर का मामला उठाया गया. डीटीओ शैलेश प्रियदर्शी ने बैठक में मौजूद एनएचएआई के प्रतिनिधि के समक्ष इस समस्या को रखते हुए कहा कि कांटा घर को खुला रखा जाए. डीटीओ के इस सवाल पर एनएचएआई के प्रतिनिधि ने कहा कि कुलगो में कांटा घर चौबीसों घंटे चलता रहता है.

डीटीओ के निरीक्षण में सही मिली शिकायत

एनएचएआई के प्रतिनिधि के इस कथन के बाद गुरुवार की शाम को जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश प्रियदर्शी खुद ही कुलगो आ पहुंचे. जहां टॉल प्लाजा के समीप स्थित कांटा घर का निरीक्षण किया तो देखा कि कांटा घर बंद पड़ा है. जगह-जगह झाड़ियां उग गई हैं, तो वहीं दरवाजे पर ताला लटका हुआ है, जिसपर जंग लगा हुआ है. ऐसे में बैठक में पहुंचे प्रतिनिधि को इसकी सूचना दी गई. थोड़ी देर बाद आलोक चौहान नाम का एक अभियंता वहां पहुंचे. आलोक ने खुद को डीबीएल कम्पनी का सहायक अभियंता बताया. यह भी बताया कि कांटा घर एनएचएआई ने बनाया जरूर है लेकिन इसके संचालन की जिम्मेदारी टोल लेने वाली एजेंसी की है. उन्होंने कहा कि इस मसले का हल निकाला जाएगा.

क्या कहते हैं डीटीओ

डीटीओ ने कहा कि नेशनल हाइवे पर वाहनों की जांच के दरमियान वजन करने के लिए कांटा घर को संचालित रहना जरूरी है. एनएचएआई ने कांटा घर बनाया जरूर है लेकिन इसे बंद रखा गया है. साथ ही जिला प्रशासन को गलत रिपोर्ट देते हुए गुमराह किया गया. इस मामले की पूरी सच्चाई के साथ जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा.

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Last Updated : Aug 2, 2024, 6:37 AM IST
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