नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में शनिवार को थाना साइबर क्राइम पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस गिरफ्तारी से चार राज्यों उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना की कुल चार घटनाओं का खुलासा हुआ है. पुलिस ने आरोपी के पास से घटना में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन भी बरामद किया है. मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है.
शिकायत और जांच को लेकर पुलिस ने दी जानकारी : गाजियाबाद निवासी उमेश कुमार ने 9 जुलाई 2024 को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि 7 मई 2024 को उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप HNI Account में जोड़ा गया था. वहां, एक फर्जी शेयर ट्रेडिंग ऐप E-Trades के जरिए खाता खुलवाकर निवेश के नाम पर 7 मई 2024 से 8 जुलाई 2024 के बीच उनसे अलग-अलग बैंक खातों में 67,51,409 रुपये ट्रांसफर कराए गए.शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की. आरोपी देवेश गौड़ (22 वर्ष), जिसने बीटेक कर रखा है जोधपुर, राजस्थान के सरस्वती नगर का निवासी है .जिसको 13 दिसंबर 2024 को गाजियाबाद के कोतवाली क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ में आरोपी देवेश ने किया खुलासा : देवेश ने बताया कि कर्ज में डूबने के कारण वह इस अपराध में शामिल हुआ. उसने अपना बैंक खाता छैल सिंह राठौर नामक व्यक्ति को बेचा था. छैल सिंह ने खाते में आने वाले पैसों को बराबर बांटने की बात कही थी. देवेश ने खाते की पासबुक, चेकबुक और एटीएम कार्ड भी छैल सिंह को दे दिए थे. छैल सिंह ने इसी खाते से जोधपुर के मनोहर ज्वैलर्स से 1.88 लाख रुपये के जेवर खरीदे थे.
दुकान की सीसीटीवी फुटेज में छैल सिंह द्वारा ज्वेलरी खरीदारी करते हुए देखा गया. पुलिस को पता चला है कि छैल सिंह लंबे समय से साइबर अपराध में लिप्त है और फिलहाल फरार है. उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.
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