श्रीगंगानगर: उत्तर पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ सोमवार को श्रीगंगानगर दौरे पर रहे. उन्होंने श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत योजना के तहत चल रहे विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया. अमिताभ ने कहा कि भारतीय रेलवे की सुविधाओं में निरंतर सुधार हो रहा है और आने वाले पचास साल के बढ़ते ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए रेलवे नए अवसरों की तलाश कर रही है.
महाप्रबंधक अमिताभ विशेष रेल से सुबह श्रीगंगानगर पहुंचे. रेलवे स्टेशन पर स्थानीय रेलवे अधिकारियों और जनता ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि रेलवे ने पिछले कुछ वर्षों में काफी प्रगति की है. ट्रेनें अब 130 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं, जिससे यात्रा का समय भी कम हो गया है. उन्होंने बताया कि भविष्य के ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए रेलवे बुनियादी ढांचे में कई सुधार कर रही है और इसके लिए नए अवसरों का आकलन किया जा रहा है.
महाप्रबंधक अमिताभ ने स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने वाशिंग लाइन और सिक लाइन की व्यवस्था को भी परखा और रेलवे स्टेशन पर सैकंड एंट्री व अतिरिक्त प्लेटफार्म निर्माण के बाद लंबे रूट की अतिरिक्त ट्रेनें चलाने की संभावना पर विचार किया.
नई ट्रेनों की मांग: दौरे के दौरान स्थानीय नागरिकों ने महाप्रबंधक से मुलाकात की और नई रेल सेवाओं की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपे. जेडआरयूसी के पूर्व सदस्य भीम शर्मा ने श्रीगंगानगर से दिल्ली और जयपुर के लिए नई इंटरसिटी ट्रेन चलाने की मांग की. उन्होंने दिल्ली के लिए चल रही तिलकब्रिज ट्रेन में एसी कोच जोड़ने का भी अनुरोध किया. डीआरयूसी सदस्य अनिल अग्रवाल ने कहा कि महाप्रबंधक के दौरे से श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन के विकास की संभावनाओं को और बढ़ावा मिलेगा.उन्होंने यह भी कहा कि अमृत भारत योजना के तहत स्टेशन पर जो काम हो रहा है, वह शानदार है और भविष्य में और भी बड़े विकास देखने को मिलेंगे.