श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलसचिव धीरज शर्मा को पदमुक्त कर दिया गया है. इस मामले में गढ़वाल विवि की कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कुलसचिव को सेवामुक्त कर दिया है. कुलसचिव को पद से हटाने को लेकर विश्वविद्याल में तरह तरह की चर्चाओं का बजार गर्म है. गढ़वाल विवि के कुलसचिव धीरज शर्मा को अपने प्रोविजनल पीरियड की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी थी. कुलसचिव की ओर से प्रस्तुत की गई एक वर्ष की इस प्रगति रिपोर्ट पर एग्जीक्यूटिव काउंसिल (ईसी) की बैठक में एक कमेटी का गठन किया गया था.
27 मई को हुई ईसी की आकस्मिक बैठक में इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें कुलसचिव को सेवा मुक्त किए जाने का प्रस्ताव पास किया गया. जिसके बाद कुलपति ने कुलसचिव को पद से मुक्त कर दिया. हालांकि, कुलसचिव का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है, लेकिन कुलसचिव शर्मा के नियुक्ति प्रस्ताव में शर्त थी कि उनके एक वर्ष के कार्य के मूल्यांकन के आधार पर ही उनको आगे सेवा विस्तार दिया जाएगा. जिसके बाद कुलसचिव की प्रगति रिपोर्ट के आधार पर ईसी ने कुलसचिव को यह कहते हुए कि 'उनकी सेवाओं की अब विवि का जरूरत नहीं है' का प्रस्ताव पास करते हुए उनको कार्य मुक्त करने की संस्तुति दी थी.
फिलहाल, गढ़वाल विवि प्रशासन ने इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एनएस पंवार को कार्यवाहक कुलसचिव नियुक्त किया है. प्रोफेसर पंवार पहले भी कई बार कुलसचिव का पद संभाल चुके हैं. वर्तमान में वो कार्यवाहक वित्त अधिकारी के पद पर कार्य कर रहे हैं.
धीरज शर्मा ने 2023 में संभाला था कार्यभार: बता दें कि, गढ़वाल केंद्रीय विवि में कुलसचिव धीरज शर्मा ने 28 जून 2023 को कार्यभार संभाला था. गढ़वाल विवि के स्थायी कुलसचिव अजय खंडूड़ी ने जनवरी 2023 में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए कुलसचिव पद से त्यागपत्र दे दिया था, जिसके बाद एक फरवरी 2023 से बतौर कार्यवाहक कुलसचिव प्रो. एनएस पंवार कार्यभार संभाल रहे थे. इस दौरान विवि प्रशासन ने स्थायी कुलसचिव के पद पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की. गढ़वाल केंद्रीय विवि में कुलसचिव डाॅ. धीरज शर्मा ने पदभार संभाला, लेकिन अब उन्हें भी हटा दिया गया है. अब गढ़वाल विवि में कुलसचिव, वित्त अधिकारी, परीक्षा नियंत्रक अहम पद खाली पड़े हुए हैं.