गढ़वा: विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी डीसी कार्यालय पहुंचे और डीसी से मुलाकात की. उनकी यह मुलाकात लगभग दो घंटे तक चली. बंद कमरे में डीसी और विधायक के बीच कई मुद्दों को लेकर बातचीत हुई.
विधायक और उपायुक्त के बीच कई मुद्दों पर हुई बातचीत
डीसी कार्यालय से निकलते ही विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने कहा कि कई मुद्दों पर बात हुई है. शहर में अब अतिक्रमण नहीं हटेगा, जबतक फिर से मापी नहीं हो जाए. वहीं उन्होंने कई सड़क निर्माण से पहले रैयतों का मुआवजा नहीं मिलने से संबंधित मामले को उठाया. विधायक ने कहा कि हम जिन मुद्दों को लेकर यहां आए थे, उसे ठीक ढंग से सुना गया.
मंईयां सम्मान निधि लौटाने वाले मुद्दे पर भी उपायुक्त से की बात
मंईयां सम्मान योजना की राशि लौटाने के मामले को लेकर विधायक ने कहा कि उपायुक्त से मिला और मंईयां सम्मान योजना के तहत मिले एक हजार रुपए को जो लौटाने के लिए सरकार द्वारा पत्र आया है, उस पर विराम लगाने की बात कही है और ये भी कहा कि इस विषय पर पहले ही सोचना चाहिए था.
2024 के चुनाव में छाई रही मंईयां सम्मान योजना
दरअसल, यह योजना 2024 के चुनाव में छाया रहा, मतदान के पहले एक-एक हजार रुपए सभी महिलाओं के खाते में डाला गया और महिलाओं ने हेमंत सरकार को मतदान भी किया. इस योजना की तोड़ बीजेपी ने 'गोगो योजना' अपने घोषणा पत्र में शामिल किया जिसमें बीजेपी सरकार बनने पर 2100 रुपए देने का प्रावधान रखा गया था. उसके बाद हेमंत सरकार ने इस योजना को 1000 से बढ़ाकर 2500 कर दिया और यह वादा किया गया कि 18 वर्ष से 50 वर्ष तक कि सभी महिलाओं को 2500 रुपए मिलेंगे.
इस घोषणा के बाद महिलाएं काफी उत्साहित दिखी, इसका फॉर्म भरने के लिए दफ्तरों का चक्कर काटना पड़ा, लेकिन अब 2500 रुपए वही महिलाएं प्राप्त कर सकती हैं जो सभी अहर्ता पूरी करतीं हों. जो महिलाएं अहर्ता पूरा नहीं करती उसे मंईयां सम्मान योजना के तहत मिले 1000 रुपए की राशि सरकार को वापस करनी होगी.
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