कुल्लू: जिला कुल्लू में नगर परिषद कुल्लू, नगर पंचायत भुंतर में आने वाले दिनों में कूड़े को लेकर समस्या बढ़ सकती है, क्योंकि नगर परिषद मनाली ने इन सभी को 15 जुलाई तक का अल्टीमेटम दिया है. उसके बाद मनाली में किसी भी नगर परिषद या नगर पंचायत का कूड़ा नहीं लिया जाएगा. ऐसे में अब जल्द ही इन सभी को अपने लिए अपने लिए डंपिंग साइट देखनी होगी. वरना शहरों में कूड़े की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती रहेगी.
6 सालों से डंपिंग साइट नहीं ढूंढ पाई नगर परिषद कुल्लू
नगर परिषद कुल्लू की अगर बात करें तो पहले मोहल में कूड़े को डंप किया जाता था, लेकिन 6 साल पहले इस साइट को बंद कर दिया गया था. उसके बाद कूड़े को मनाली के कूड़ा संयंत्र में भेजा जा रहा था. नगर परिषद कुल्लू को भी डंपिंग साइट तलाश करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन नगर परिषद कुल्लू आज 6 साल बीतने के बाद भी कूड़े-कचरे के निष्पादन के लिए डंपिंग साइट तक नहीं ढूंढ पाई है. अब नगर परिषद मनाली ने भी कूड़ा-कचरा न लेने का एलान किया है और नगर परिषद कुल्लू और नगर पंचायत भुंतर को 15 जुलाई तक का समय दिया है. मनाली नगर परिषद के द्वारा अब समय तय किया गया है. इसके लिए अब कुल्लू और भुंतर पंचायत को खुद ही व्यवस्था करनी होगी. जिसके चलते इससे संबंधित निकायों की चिंता बढ़ना शुरू हो गई है.
डीसी कुल्लू ने बैठक में सुनाया फैसला
नगर परिषद मनाली ने पहले 21 जून के बाद कूड़ा न लेने की बात कही थी. इसके लिए संबंधित निकायों के कार्यकारी अधिकारियों और पंचायत सचिवों को पत्र जारी कर अवगत करवाया था. उसके बाद डीसी कुल्लू की अध्यक्षता में बैठक हुई. ऐसे में जिन-जिन जगहों से मनाली को कूड़ा जाता है. उनको डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने खुद ही निष्पादन करने के निर्देश दिए हैं. मनाली कूड़ा संयंत्र की अगर बात करें तो कुल्लू, भुंतर और मणिकर्ण से रोज कूड़े-कचरे के करीब आठ से दस ट्रक मनाली जाते हैं, लेकिन नगर परिषद कुल्लू और नगर पंचायत भुंतर छह सालों में कूड़े के निष्पादन के लिए कोई कदम नहीं उठा पाई है.
"कुल्लू शहर के कूड़े को निष्पादन के लिए डंपिंग साइट का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए जगह देख ली गई है. जल्द ही इसकी निशानदेही की जाएगी. इससे पहले भी कुछ जगहें देखी थीं, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के चलते प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई." - हरि सिंह, तहसीलदार कुल्लू एवं कार्यकारी अधिकारी कुल्लू नगर परिषद