हिसार: हरियाणा के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया को हिसार पुलिस ने कोर्ट में पेश कर 6 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है. हिसार पुलिस के मुताबिक रिमांड के दौरान पूछताछ की जाएगी कि ऑटो मार्केट व्यापारी और शराब ठेकेदारों को निशाना क्यों बनाया. उसकी मदद करने वाले कौन लोग हैं. वो किसकी मदद से पासपोर्ट बनवा कर विदेश गया था.
पुलिस रिमांड पर गैंगस्टर काला खैरमपुरिया: गैंगस्टर काला खैरमपुरिया कई मुकदमों में संलिप्त है. वो हिसार के दो केसों में पांच-पांच हजार का इनामी बदमाश है. बता दें कि पहले गैंगस्टर को विदेश से दिल्ली एयरपोर्ट पर डिपोर्ट किया गया और फिर हरियाणा एसटीएफ टीम ने उसे अरेस्ट कर लिया. इसके बाद हिसार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसे 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है.
गैंगस्टर काला खैरमपुलिया पिछले दस सालों से अपराध की दुनिया में लगातार सक्रिय है. पुलिस के अनुसार इस तक पहुंचने में साइबर पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसे इंटर पोल के माध्यम से पकड़ा है. पुलिस इसके मददगार साथी पीनू, संदीप, यश, अशोक और कृष्ण सहित पांच को पकड़ कर जेल भेज चुकी है. शातिर अपराधी के तीन साथी आशीष, खारिया, खरड़, सन्नी और विकास को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है.
क्राइम की दुनिया में 2014 से सक्रिय: डीआईजी सिमरदीप के मुताबिक, आरोपी राकेश उर्फ काला खैरामपुरिया साल 2014 से लूट, डकैती की वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय था. साल 2015 में राजस्थान में एक हत्या के केस में उसे उम्रकैद की सजा हुई थी. साल 2020 में पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद उसने हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली सहित आसपास के राज्यों में आतंक मचाना शुरू कर दिया.
विदेश से किया गया डिपोर्ट: फतेहाबाद में एक हत्या के मामले में साल 2023 में हरियाणा की कोर्ट से उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया. इसके साथ ही उसने एक शोरूम के बाहर गोलियां चलाने के साथ ही बमबारी भी की थी. वहीं, दिल्ली के राजौरी गार्डन एरिया में भी आरोपी ने एक हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. इसी दौरान वो फर्जी पासपोर्ट के आधार पर देश से भागने में कामयाब रहा. इसके बाद वो यूएई और थाईलैंड जैसे देशों में रहकर अपने गैंग को इंडिया में ऑपरेट कर रहा था. एसटीएफ ने ये खुलासा नहीं किया है कि वो वर्तमान में किस देश में था और कहां से उसे डिपोर्ट कराया गया.