फर्रुखाबाद/हाथरस : जिले में गंगा, रामगंगा नदी खतरे के नुकसान के ऊपर बहने से तटवर्ती गांवों में बाढ़ का पानी भरा है. मार्गों पर पानी तेज धार से बहाने से गांव का संपर्क टूट गया है. ग्रामीण नाव के सहारे रोजमर्रा की जरूरत का सामान घर पहुंचा रहे हैं. चित्रकूट के निकट बदायूं मार्ग पर तेज धार से पानी बहने से आवागमन बंद हो गया है. सबलपुर गोटिया मार्ग पर ढाई फीट से अधिक पानी बहने से कई गांव का संपर्क टूट गया है.
ग्रामीण डबरी घूमकर आवागमन कर रहे हैं, हालांकि बीते दो दिनों से मौसम साफ है, धूप खिली हुई है. ग्रामीण वीर सिंह ने बताया कि गंगा और रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ से प्रभावित होने वाले स्कूलों की संख्या में इजाफा हो गया है. दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने से कई स्कूल बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. गांवों में बीमारियों ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. बाढ़ प्रभावित गांवों में लोग खाज खुजली व बुखार से परेशान हैं. ग्रामीणों के सामने मवेशियों की चारे की समस्या विकराल हो गई है.
ग्रामीण चारे की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं. बाढ़ प्रभावित गांव की बिजली आपूर्ति काट देने से ग्रामीण अंधेरे में रात गुजारने पर मजबूर हैं. अंबरपुर, अंबरपुर की मढैया, जगतपुर, रामपुर व जोगराजपुर के कई घरों में पानी भर गया है, जिससे ग्रामीण मकान की छत पर मोमिया के नीचे गुजर कर रहे हैं. अंबरपुर, अंबरपुर की मढैया के पीड़ित सड़क के किनारे रह रहे हैं. तटवर्ती गांवों के खेत जलमंडल हो गए हैं, जिससे बाजार, धान और गन्ना की फसल खराब होने की आशंका है. जिससे करीब कई गांव का आवागमन बाधित हो गया है. लीलापुर की पुलिया के ऊपर ढाई फीट से अधिक पानी बहने लगा है. गांव में भर पानी में लोग नाव के सहारे रोजमर्रा की जरूरत का सामान घर पहुंचा रहे हैं.
प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेकर ग्रामीण की समस्या पूछी. ग्रामीणों ने कहा कि राहत सामग्री की जगह गंगा का तटबंध बनवाकर बाढ़ से राहत दिलवाएं. मंत्री ने गांव में 325 पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की. 12 ग्रामीणों को प्रमाण पत्र दिया. मंत्री ने डीएम से पीड़ितों को राहत वितरण की जानकारी ली. उन्होंने पीड़ितों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए.
हाथरस में जलभराव के चलते नगर पालिका परिसर में हुआ तहसील दिवस : बारिश के चलते सिकंदराऊ तहसील क्षेत्र में हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. यहां तमाम सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों में पानी भरा हुआ है. तहसील परिसर में पानी भरा होने की वजह से तहसील दिवस, तहसील परिसर के बजाए सिकंदराराऊ की नगर पालिका परिषद में आयोजित हो रहा है. 18 सितंबर को सुबह से शुरू हुई बरसात कई घंटे तक लगातार चली, जिससे जिले भर में जलभराव से हालत खराब हो गए, लेकिन सिकंदराराऊ तहसील क्षेत्र में हालात बद से बदतर हो गये हैं.
शनिवार को तहसील परिसर में तहसील दिवस का आयोजन होना था, लेकिन परिसर में अत्यधिक जलभराव होने की वजह से तहसील दिवस का आयोजन नगर पालिका परिषद परिसर में हो रहा है. जिला प्रशासन ने एसडीएम सिकंदराराऊ के माध्यम से विज्ञप्ति जारी की है. जारी विज्ञप्ति के अनुसार, 21 सितंबर को तहसील सिकंदराराऊ में आयोजित होने वाला तहसील दिवस अपरिहार्य कारणों से सभागार कक्ष के स्थान से नगर पालिका कार्यालय स्थित सभा कक्ष में आयोजित किया गया है.
रायबरेली के गंगा कटरी क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा जलस्तर: बाढ़ की आशंका को लेकर प्रशासनिक अमले ने शनिवार को गंगा किनारे क्षेत्र का दौरा किया. शनिवार को अपर जिला अधिकारी सिद्धार्थ कुमार ने डलमऊ उप जिलाधिकारी अभिषेक कुमार, खंड विकास अधिकारी सत्यदेव यादव, क्षेत्राधिकारी अरुण नोवहार व डलमऊ तहसीलदार उमेश चंद के साथ डलमऊ गंगा घाट, रानी शिवाला घाट, लुकाघाट आदि क्षेत्र में बढ़ते गंगा जल स्तर को देखते हुए प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे. स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं की जानकारी लेते हुए सिद्धार्थ कुमार हर संभव मदद का भरोसा दिया. उन्होंने कहा कि डलमऊ तहसील में बाढ़ नियंत्रण के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया. यहां 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर 9415 743517 पर कॉल कर सकते हैं.