वाराणसी: धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में संध्याकालीन होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का आज सावन मास के सोमवार तिथि को चौथी बार स्थान बदल गया. गंगा सेवा निधि द्वारा कई वर्षों से विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती की जाती है. इस बार संध्याकालीन आरती का स्थान बदले जाने पर स्थानीय और श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ते जा रहा है. इसके साथ ही जहां 84 घाटों का आपसी संपर्क मार्ग पूरी तरह टूट गया है, तो वही घाट किनारे रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. क्योंकि गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ जाने की वजह से आम जनमानस को अपने सभी सामानों को लेकर लेकर ऊपर की तरफ जाना पड़ रहा है.
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तमाम परेशानियों के बाद भी मुख्य अर्चकों द्वारा प्रसिद्ध गंगा आरती को संपन्न किया गया. पर्यटक अजीत सिंह ने बताया पिछले कई वर्षों से सावन के सोमवार के दिन बाबा को जल चढ़ाने आता हूं. कल भी मैंने गंगा आरती देखी, तब वह नीचे की सीढ़िया पर हो रही थी. आज एक बार फिर गंगा आरती ऊपर हो रही है, जिससे श्रद्धालुओं के साथ आम जनमानस को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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