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शेयरों में निवेश पर भारी रिटर्न का लालच देकर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, कंबोडिया से हो रहा था संचालित - Gang operating from Cambodia nabbed

उत्तर पूर्वी जिला की साइबर पुलिस ने शेयरों में निवेश पर भारी रिटर्न का लालच देकर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है. ठगी करने वाला यह गैंग कंबोडिया से संचालित हो रहा था.

दिल्ली पुलिस ने किया ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश
दिल्ली पुलिस ने किया ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 24, 2024, 12:25 PM IST

दिल्ली पुलिस ने किया ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश (Etv Bharat)

नई दिल्ली: कंपनी के शेयरों/आईपीओ में निवेश के बदले भारी रिटर्न का लालच देकर ठगी करने वाले कंबोडिया से संचालित गैंग का दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ करते किया है. उत्तर पूर्वी जिला की साइबर पुलिस ने इस गैंग में शामिल तीन ठगों को राजस्थान से गिरफ्तार किया है. डीसीपी डॉ. जॉय टिर्की ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अंशु झाझरिया, प्रमोद कुमारऔर अंकित कुमार के तौर पर हुई है. तीनों राजस्थान के झुंझुनू के रहने वाले हैं.

डीसीपी ने बताया कि देवेंद्र कुमार नाम के युवक ने जून 2024 को साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता ने बताया था कि कंपनी के शेयरों/आईपीओ में निवेश के बदले भारी रिटर्न का लालच देकर उसके साथ 12 लाख 50 हजार की ठगी की गई. इंस्टाग्राम पर बने एक दोस्त ने उसे चूना लगाया है. शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई. जिन अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया गया था. उनका डिटेल निकाला गया. जिसके आधार पर चीटिंग में शामिल तीन आरोपियों को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से चीटिंग में इस्तेमाल तीन मोबाइल और पासपोर्ट बरामद हुआ है.

ये भी पढ़ें: गाजियाबाद में स्क्रैप कारोबारी से एक करोड़ ठगने वाला नटवरलाल गिरफ्तार

आरोपियों ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया और सिंडिकेट द्वारा धोखाधड़ी में अपनी संलिप्तता के बारे में खुलासा किया. उन्होंने बताया कि वे अपनी कंपनी के शेयरों/आईपीओ में निवेश के बदले भारी रिटर्न का लालच देकर लोगों को ठगते थे. एक बार जब ठगी की गई राशि बैंक खातों में प्राप्त हो जाती थी, तो आरोपी प्रमोद कुमार बैंक से पूरी राशि नकद में निकाल लेता था.

‘हवाला रैकेट’ के माध्यम से, दुबई में स्थित एक हैंडलर के माध्यम से नकद राशि को क्रिप्टो करेंसी यूएसडीटी में परिवर्तित किया जा रहा था. क्रिप्टो करेंसी को आगे कंबोडिया में सिंडिकेट के मास्टरमाइंड को भेजा जा रहा था. जांच में पाया गया कि आरोपी अंशु कंप्यूटर साइंस में स्नातक है, वह कंबोडिया में रहने वाले मास्टरमाइंड को जानता है. अंशु ने कुछ महीनों की अवधि के लिए प्रशिक्षण के दौरान धोखाधड़ी में विशेषज्ञता हासिल की थी. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने अब तक कितने लोगों का अपना शिकार बनाया है.

ऑनलाइन जुए के अड्डे का भंडाफोड़, पांच आरोपी गिरफ्तार

पूर्वी दिल्ली के स्पेशल स्टाफ की टीम ने प्रीत विहार थाना क्षेत्र के गुरु अंगद नगर चल रहे ऑनलाइन जुए के अड्डे का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने छापे मार कर मौके से ऑनलाइन जुआ खेल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गुजरात के सूरत निवासी धर्मेश , पटेल पीयूष कुमार, चौधरी सुमित, बिहार के सिवान निवासी काशीनाथ कुमार, रजनीश कुमार और छत्तीसगढ़ निवासी अभय यादव के तौर पर हुई है. गिरफ्तार आरोपियों में से एक अभय यादव जुआ के अड्डे का संचालक था. मौके से 15 लाख मोबाइल, चार लैपटॉप, 25 एटीएम कार्ड, 11 चेक बुक व 10 पासबुक बरामद हुआ है.

ये भी पढ़ें: शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर 23 लाख की ठगी, शाहदरा साइबर पुलिस ने 4 आरोपी को छत्तीसगढ़ से पकड़ा

दिल्ली पुलिस ने किया ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश (Etv Bharat)

नई दिल्ली: कंपनी के शेयरों/आईपीओ में निवेश के बदले भारी रिटर्न का लालच देकर ठगी करने वाले कंबोडिया से संचालित गैंग का दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ करते किया है. उत्तर पूर्वी जिला की साइबर पुलिस ने इस गैंग में शामिल तीन ठगों को राजस्थान से गिरफ्तार किया है. डीसीपी डॉ. जॉय टिर्की ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अंशु झाझरिया, प्रमोद कुमारऔर अंकित कुमार के तौर पर हुई है. तीनों राजस्थान के झुंझुनू के रहने वाले हैं.

डीसीपी ने बताया कि देवेंद्र कुमार नाम के युवक ने जून 2024 को साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता ने बताया था कि कंपनी के शेयरों/आईपीओ में निवेश के बदले भारी रिटर्न का लालच देकर उसके साथ 12 लाख 50 हजार की ठगी की गई. इंस्टाग्राम पर बने एक दोस्त ने उसे चूना लगाया है. शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई. जिन अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया गया था. उनका डिटेल निकाला गया. जिसके आधार पर चीटिंग में शामिल तीन आरोपियों को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से चीटिंग में इस्तेमाल तीन मोबाइल और पासपोर्ट बरामद हुआ है.

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आरोपियों ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया और सिंडिकेट द्वारा धोखाधड़ी में अपनी संलिप्तता के बारे में खुलासा किया. उन्होंने बताया कि वे अपनी कंपनी के शेयरों/आईपीओ में निवेश के बदले भारी रिटर्न का लालच देकर लोगों को ठगते थे. एक बार जब ठगी की गई राशि बैंक खातों में प्राप्त हो जाती थी, तो आरोपी प्रमोद कुमार बैंक से पूरी राशि नकद में निकाल लेता था.

‘हवाला रैकेट’ के माध्यम से, दुबई में स्थित एक हैंडलर के माध्यम से नकद राशि को क्रिप्टो करेंसी यूएसडीटी में परिवर्तित किया जा रहा था. क्रिप्टो करेंसी को आगे कंबोडिया में सिंडिकेट के मास्टरमाइंड को भेजा जा रहा था. जांच में पाया गया कि आरोपी अंशु कंप्यूटर साइंस में स्नातक है, वह कंबोडिया में रहने वाले मास्टरमाइंड को जानता है. अंशु ने कुछ महीनों की अवधि के लिए प्रशिक्षण के दौरान धोखाधड़ी में विशेषज्ञता हासिल की थी. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने अब तक कितने लोगों का अपना शिकार बनाया है.

ऑनलाइन जुए के अड्डे का भंडाफोड़, पांच आरोपी गिरफ्तार

पूर्वी दिल्ली के स्पेशल स्टाफ की टीम ने प्रीत विहार थाना क्षेत्र के गुरु अंगद नगर चल रहे ऑनलाइन जुए के अड्डे का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने छापे मार कर मौके से ऑनलाइन जुआ खेल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गुजरात के सूरत निवासी धर्मेश , पटेल पीयूष कुमार, चौधरी सुमित, बिहार के सिवान निवासी काशीनाथ कुमार, रजनीश कुमार और छत्तीसगढ़ निवासी अभय यादव के तौर पर हुई है. गिरफ्तार आरोपियों में से एक अभय यादव जुआ के अड्डे का संचालक था. मौके से 15 लाख मोबाइल, चार लैपटॉप, 25 एटीएम कार्ड, 11 चेक बुक व 10 पासबुक बरामद हुआ है.

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