राजनांदगांव: राजनांदगांव के फेमस गणेश झांकी में हाईकोर्ट के निर्देश पर डीजे न बजाने की बात को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. जिले में साउंड सिस्टम और धुमाल कल्याण संघ की ओर से सोमवार को शहर में रैली निकाल कर विरोध जताया गया. ये प्रदर्शनकारी गणेश झांकी में डीजे बजाने की अनुमति न दिए जाने को लेकर विरोध कर रहे हैं.
गणेश विसर्जन से पहले विरोध: दरअसल, छत्तीसगढ़ में डीजे घुमाल को लेकर प्रतिबंध है. जिला प्रशासन की ओर से सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के पालन के तहत झांकी में इसके प्रयोग की बात कही गई है.17 सितंबर की रात को राजनांदगांव में झांकी निकाली जाएगी, लेकिन इससे पहले ही डीजे और धुमाल कल्याण संघ ने विरोध प्रदर्शन किया है. सोमवार को बड़ी संख्या में संघ के पदाधिकारी सदस्यों ने शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए रैली निकाली.
राजनांदगांव में निकाली गई आक्रोश रैली: इस बारे में संघ के अध्यक्ष मनीष तिवारी ने कहा, छत्तीसगढ़ शासन ने डीजे साउंड सिस्टम और धुमाल पर पूर्णत प्रतिबंध लगाया है. पूरे प्रदेश में इसको लेकर छत्तीसगढ़ साउंड यूनियन हड़ताल पर हैं. इसी को लेकर राजनांदगांव जिला यूनियन ने भी आक्रोश रैली का आयोजन किया है. माननीय न्यायालय का जो आदेश है, वह सर्वपरी है. मैं यह कहना चाहता हूं कि 60-65 साल पुराना नियम है, जिस समय रेडियो हुआ करता था. आज के जमाने में हम जो बीना माइक के बात कर रहे हैं, यह भी 70-75 डेसीबल को पार कर रहा है, तो हम 55 डेसीबल में साउंड सिस्टम कैसे बजा सकते हैं.
"राजनांदगांव झांकी और हॉकी के नाम से मशहूर है. बिना डीजे के झांकी नहीं हो सकती. हम लोग तो हड़ताल पर हैं क्योंकि परमिशन और राहत किसी प्रकार का नहीं मिला है तो हम कहीं भी डीजे बजा नहीं सकते है." -मनीष तिवारी, अध्यक्ष, साउंड सिस्टम और धुमाल कल्याण संघ, राजनांदगांव
बता दें कि साउंड यूनियन की ओर से डीजे के प्रतिबंध को लेकर पूरे प्रदेश भर में हड़ताल किया जा रहा है. राजनांदगांव में भी इसके विरोध में आक्रोश रैली निकाली गई. प्रतिबंध को लेकर विरोध जताया गया.