मंडी: दूसरी काशी कहे जाने वाले मंडी में सोमवार को ब्यास नदी के तट पर भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया. इस दौरान ब्यास नदी का सारा तट गणपति बप्पा मोरया के जयकारों से गुंजायमान हो गया. सोमवार को दर्जनों गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए हनुमान घाट लाया गया. इससे पहले शहर भर में लोगों ने प्रतिमाओं के साथ भव्य शोभायात्राएं निकाली, जिसमें स्थानीय देवी-देवताओं के रथ भी शामिल हुए.
नाचते-गाते गणपति बप्पा के साथ तट पर पहुंचे लोग
गणेश उत्सव को लेकर हर साल की तरह इस साल भी छोटी काशी मंडी में लोगों में खासा उत्साह देखा गया. वहीं, गणेश प्रतिमाओं के साथ निकाली गई शोभायात्राओं में पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाए गए, जिनकी धुनों पर लोग जमकर थिरके. हर कोई ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचता-गाता गणेश विसर्जन से पहले शोभायात्रा में शामिल हो रहा था. इसी तरह नाचते गाते हुए लोगों ने गणपति बप्पा की प्रतिमाओं को ब्यास नदी के तट पर पहुंचाया.
पुलिसकर्मियों ने किया गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन
ब्यास नदी के तट पर भी पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. पुलिस बल की मौजूदगी में पुलिस के ही कर्मियों ने पूरी सुरक्षा के साथ गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया. वहीं, इस दृश्य को देखने के लिए ब्यास नदी के चारों और हजारों की भीड़ देखने को मिली. सभी ने गणपति बप्पा से मंडी शहर में सुख-समृद्धि बनाए रखने और अगले बरस जल्दी आने की कामना की.
शहर भर में स्थापित की जाती हैं गणेश प्रतिमाएं
बता दें कि मंडी शहर में दर्जनों की संख्या में लोगों ने गणेश प्रतिमाओं को गणेश चतुर्थी वाले दिन स्थापित किया था. हालांकि पहले शहर में सिर्फ प्राचीन सिद्ध गणपति मंदिर में ही गणेश भगवान की प्रतिमा को स्थापित किया जाता था, लेकिन अब कुछेक सालों से हर गली-मोहल्ले में भगवान गणेश की दर्जनों प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं. जिससे गणेश उत्सव को लेकर पूरे मंडी शहरवासियों में खासा उत्साह देखने को मिलता है.
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