ETV Bharat / state

केंद्रीय मंत्री शेखावत बोले-NICDP में जोधपुर-पाली को शामिल करने से जोधपुर क्षेत्र के विकास को लगेंगे पंख - Jodhpur Pali Included in NICDP

author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 28, 2024, 6:45 PM IST

जोधपुर-पाली को राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम (NICDP) में शामिल किया गया है. इस पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंख शेखावत ने कहा है कि इससे जोधपुर क्षेत्र के विकास को पंख लगेंगे.

Gajendra Singh Shekhawat on NICDP
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (ETV Bharat File Photo)

जोधपुर: जोधपुर और पाली जिले के बीच दोनों जिलों की भूमि पर इंडस्ट्रियल स्मॉर्ट सिटी बनेगी. केंद्र सरकार ने अपने बजट में 12 ऐसे शहर बनाने की घोषणा की थी. इसके तहत बुधवार को शहरों के नाम घोषित किए गए. इसमें जोधपुर-पाली का नाम आया है. राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम में (एनआईसीडीपी) जोधपुर-पाली को शामिल करने पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है. शेखावत ने कहा कि जोधपुर-पाली के लिए यह खुशखबरी है और जोधपुर क्षेत्र के विकास को नए पंख मिलने जा रहे हैं.

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने NICDP के तहत 28,602 करोड़ के निवेश के साथ 12 नए परियोजना प्रस्तावों को मंजूरी दी, जिनमें जोधपुर-पाली शामिल है. प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए शेखावत ने कहा कि पीएम मोदी की आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की अभूतपूर्व और परिणामदायी नीतियों में एनआईसीडीपी अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसके अंतर्गत 'इंडस्ट्रियल स्मॉर्ट सिटीज' निर्माण में राजस्थान से 'जोधपुर-पाली' को शामिल किया जाना क्षेत्र के समस्त नागरिकों के जीवन स्तर में शानदार सुधार लेकर आने वाला निर्णय साबित होगा.

पढ़ें: कुचामन को जिला बनाने की घोषणा पर लोगों ने अलग अंदाज में दिया सीएम को दिया धन्यवाद

शेखावत ने कहा कि एनआईसीडीपी को बड़े एंकर उद्योगों और एमएसएमई, दोनों से निवेश की सुविधा प्रदान करके एक जीवंत औद्योगिक इकोसिस्‍टम को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है. ये औद्योगिक नोड साल 2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर निर्यात प्राप्त करने के लिए कैटलिस्ट के रूप में कार्य करेंगे, जो सरकार के आत्मनिर्भर और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी भारत के विजन को दर्शाता है. उन्होंने बताया कि नए औद्योगिक शहरों को वैश्विक मानकों के ग्रीनफील्ड स्मार्ट शहरों के रूप में विकसित किया जाएगा, जिन्हें 'प्लग-एन-प्ले' और 'वॉक-टू-वर्क' सिद्धांत पर 'मांग से पहले' बनाया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं की मंजूरी 'विकसित भारत के विजन को साकार करने की दिशा में एक कदम है.

पढ़ें: करौली दौरे पर पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा, कहा- डांग क्षेत्र के विकास में नहीं रहेगी कोई कमी

जोधपुर-पाली इंडस्ट्रियल स्मॉर्ट सिटीज:

  1. 922 करोड़ परियोजना की लागत
  2. 7500 करोड़ का निवेश
  3. 1578 एकड़ का क्षेत्रफल
  4. 40 हजार को रोजगार

जोधपुर: जोधपुर और पाली जिले के बीच दोनों जिलों की भूमि पर इंडस्ट्रियल स्मॉर्ट सिटी बनेगी. केंद्र सरकार ने अपने बजट में 12 ऐसे शहर बनाने की घोषणा की थी. इसके तहत बुधवार को शहरों के नाम घोषित किए गए. इसमें जोधपुर-पाली का नाम आया है. राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम में (एनआईसीडीपी) जोधपुर-पाली को शामिल करने पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है. शेखावत ने कहा कि जोधपुर-पाली के लिए यह खुशखबरी है और जोधपुर क्षेत्र के विकास को नए पंख मिलने जा रहे हैं.

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने NICDP के तहत 28,602 करोड़ के निवेश के साथ 12 नए परियोजना प्रस्तावों को मंजूरी दी, जिनमें जोधपुर-पाली शामिल है. प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए शेखावत ने कहा कि पीएम मोदी की आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की अभूतपूर्व और परिणामदायी नीतियों में एनआईसीडीपी अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसके अंतर्गत 'इंडस्ट्रियल स्मॉर्ट सिटीज' निर्माण में राजस्थान से 'जोधपुर-पाली' को शामिल किया जाना क्षेत्र के समस्त नागरिकों के जीवन स्तर में शानदार सुधार लेकर आने वाला निर्णय साबित होगा.

पढ़ें: कुचामन को जिला बनाने की घोषणा पर लोगों ने अलग अंदाज में दिया सीएम को दिया धन्यवाद

शेखावत ने कहा कि एनआईसीडीपी को बड़े एंकर उद्योगों और एमएसएमई, दोनों से निवेश की सुविधा प्रदान करके एक जीवंत औद्योगिक इकोसिस्‍टम को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है. ये औद्योगिक नोड साल 2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर निर्यात प्राप्त करने के लिए कैटलिस्ट के रूप में कार्य करेंगे, जो सरकार के आत्मनिर्भर और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी भारत के विजन को दर्शाता है. उन्होंने बताया कि नए औद्योगिक शहरों को वैश्विक मानकों के ग्रीनफील्ड स्मार्ट शहरों के रूप में विकसित किया जाएगा, जिन्हें 'प्लग-एन-प्ले' और 'वॉक-टू-वर्क' सिद्धांत पर 'मांग से पहले' बनाया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं की मंजूरी 'विकसित भारत के विजन को साकार करने की दिशा में एक कदम है.

पढ़ें: करौली दौरे पर पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा, कहा- डांग क्षेत्र के विकास में नहीं रहेगी कोई कमी

जोधपुर-पाली इंडस्ट्रियल स्मॉर्ट सिटीज:

  1. 922 करोड़ परियोजना की लागत
  2. 7500 करोड़ का निवेश
  3. 1578 एकड़ का क्षेत्रफल
  4. 40 हजार को रोजगार
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.